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दरोगा से मारपीट करने वाले को सबक सिखाना पड़ा महंगा

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-हरबंश मोहाल थाने का मामला, लूट और मारपीट का आरोपी है

-पुलिस के पकड़ने पर दरोगा से मारपीट कर भागने की कोशिश की थी

KANPUR : चकेरी में पुलिस हिरासत में युवक की मौत का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ कि गुरुवार को हरबंश मोहाल थाने में पुलिस हिरासत में मारपीट और लूट के आरोपी की पिटाई का मामला सामने आ गया। पुलिस ने उसको इस कदर पीटा कि वो बेसुध हो गया, जिसका पता चलते ही एसओ समेत पुलिस कर्मियों के होश उड़ गए। आनन-फानन में वे उसको उर्सला ले गए, जहां परिजनों ने भाजपा और व्यापारी नेताओं के साथ उर्सला पहुंचकर हंगामा कर दिया। पुलिस ने स्थिति को संभालने की कोशिश की, लेकिन परिजन कार्रवाई की जिद पर अड़ गए। जिसे देख पुलिस ने उनको शांत कराने और अपनी बला टालने के लिए खुद ही अस्पताल से उसकी बेल करा दी।

आरोपी ने दरोगा को जड़ा था थप्पड़

एक्सप्रेस रोड में रहने वाली चंदानी सोनकर के दो बेटे वीरू और धीरेंद्र उर्फ धीरू हैं। धीरू का करीब एक महीने पहले कछियाना निवासी एक युवक से झगड़ा हो गया था। आरोप है कि धीरू ने युवक को लहूलुहान कर उसकी चेन लूट ली थी। इस मामले में पुलिस उसको एक महीने से ढूढ़ रही थी। बुधवार को हूलागंज चौकी इंचार्ज ने उसको पकड़ने के लिए घेराबन्दी की, लेकिन वो पुलिस को देख उनसे भिड़ गया। दरोगा कुछ समझ पाते कि इससे पहले ही वो दरोगा को मारपीट कर भाग निकला। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक उसने दरोगा को दो से तीन थप्पड़ मार दिए थे। उसको दरोगा के साथी पुलिस कर्मियों ने दौड़ाकर पकड़ लिया था।

सबक सिखाना भारी पड़ गया

दरोगा सिपाहियों की मदद से धीरू को थाने ले गया, जहां पुलिस कर्मियों ने धीरू को सबक सिखाने के लिए पीटा तो उसकी हालत बिगड़ गई। सोर्सेज के मुताबिक पुलिस पिटाई से उसकी मुंह से झाग निकलने लगा। जिसे देख पुलिस कर्मियों के होश उड़ गए। आनन फानन में पुलिस वाले उसे केपीएम हॉस्पिटल ले गए, जहां रिफर किए जाने पर उसको उर्सला में एडमिट कराया गया। पुलिस किसी तरह रात भर मामला दबाए रही, लेकिन सुबह परिजनों को भनक लग गई। वे पहले धीरू को केपीएम देखने गए, लेकिन जब वो वहां नहीं मिला तो वे भाजपाई और व्यापारी नेताओं के साथ उर्सला पहुंच गए। जहां उन लोगों ने पुलिस पर पिटाई का आरोप लगाकर हंगामा कर दिया। सूचना पर सीओ कलक्टरगंज फोर्स समेत मौके पर पहुंच गए और स्थिति को संभाला।

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दांव पड़ा उल्टा, लूट को छुपाना पड़ा

धीरू पर मारपीट और लूट (394) का आरोप है। पुलिस उसको गिरफ्तार कर गुडवर्क करना चाहती थी, लेकिन पिटाई से उनका दांव उल्टा पड़ गया। अब पुलिस उसको लूट के आरोप में गिरफ्तार करने से मना कर रही है। थानेदार का कहना है कि उसको सिर्फ मारपीट के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। सोर्सेज के मुताबिक लूट की धारा हटाने की शर्त पर परिजनों का पुलिस से समझौता हुआ है।