क्या है शक की वजह

प्रशांत के ऊपर पुलिस का शक इस वजह से गहरा रहा है क्योंकि उसके पास से .32 बोर की लाइसेंसी पिस्टल भी बरामद की है और घटनास्थल से मिला कारतूस का खोखा भी .32 बोर का है। पुलिस गौरव से पूछताछ कर रही है। प्रशान्त के भाई श्याम ने वीरेंद्र स्वरूप प्रोफेशनल स्टडीज के मैनेजर एमए नकवी और उनके भाई हैदर नकवी को भी आरोपी बनाया है। बता दें कि वारदात के वक्त प्रशांत मकरॉबर्ट गंज स्थित वीरेंद्र स्वरूप स्कूल ऑफ प्रोफेशनल स्टडीज के मैनेजर एमए नकवी से मुलाकात कर बाहर निकल रहा था।

चोरी की बाइक का यूज

पुलिस घटनास्थल से मिली बाइक के मालिक तक पहुंच गई है। बाइक तलाक महल के रहने वाले रेडीमेड कारोबारी मो। इरशाद की है। लेकिन अहम बात ये है कि इरशाद के परिजनों ने घटना वाले दिन ही शाम 7 बजे के करीब बेकनगंज थाने में बाइक चोरी की सूचना दी थी। माना जा रहा है कि हत्यारों ने पुलिस को गुमराह करने के लिए घटनास्थल पर चोरी की बाइक छोड़ दी, ताकि जांच की दिशा दूसरी ओर घूम जाए।

हर मूमेंट की जानकारी थी हत्यारों को

एडवोकेट प्रशान्त के मर्डर के आरोपी गौरव की मुस्लिम इलाके में अच्छी पैठ थी। वह अक्सर गम्मू खां का हाता और हलीम कालेज के पास देखा भी जाता था। कर्नलगंज में भी उसका आना-जाना था। प्रशान्त के रिश्तेदार के मुताबिक गौरव की अहिराना में रहने वाले एसओजी के बर्खास्त सिपाही मनीष मिश्रा से अच्छी दोस्ती थी। गौरव के कहने पर मनीष ने प्रशान्त को धमकी दी थी। जिसको लेकर दोनों के बीच विवाद हो गया था। जिसमें बर्खास्त सिपाही ने उस पर पिस्टल तान दी थी। पुलिस का कहना है कि हत्यारों को प्रशान्त के हर मूमेंट की जानकारी थी। कोई करीबी ही प्रशान्त की रेकी कर रहा था। जिससे मौका मिलते ही हमलावरों ने प्रशांत को घेर लिया और हत्याकर फरार हो गए।

"एडवोकेट के परिजनों की तहरीर पर तीन नामजद सहित पांच लोगों पर मामला दर्ज किया गया है। पुलिस की जांच सही दिशा पर चल रही है। जल्द ही मामले का खुलासा हो जाएगा."

यशस्वी यादव, एसएसपी