आई अलर्ट

-ऑस्ट्रेलियाई कारोबारी समेत दो को शिकार बनाया, कार से उड़ाया लैपटॉप और बैग

-गैंग में शामिल है नाबालिग किशोर, खास तरीके से चंद सेकेंड्स में तोड़ देते हैं कार का शीशा

KANPUR : शहर में बुधवार को दो कारोबारी की कार से बैग, लैपटॉप समेत अन्य सामान पार हो गया। इसमें एक कारोबारी तो कार में मौजूद थे, जब उनका बैग पार हो गया। ये दोनों वारदातें तो सिर्फ बानगी हैं। इन दिनों इस तरह की दर्जनों वारदात हो चुकी हैं। इससे साफ है कि इन दिनों शहर में ऐसा गैंग एक्टिव है। जिनके टारगेट में मकान और दुकान नहीं, बल्कि कार है। यह गैंग इतना शातिर है कि इसके गुर्गे गाड़ी मालिक की मौजूदगी में वारदात को अन्जाम दे देते हैं। इसलिए कार से ट्रैवल करने वालों को अलर्ट रहने की जरूरत है। आइए आपको बताते हैं कि यह गैंग कितनी वारदातें कर चुका है और इनके वारदात करने का तरीका क्या है?

पर्स के बहाने माल पार किया

फजलगंज में बुधवार को इस गैंग ने ऑस्ट्रेलियाई कारोबारी आशीष बोहरा का लैपटॉप और आई पैड पार कर दिया। वो यहां पर सरोजनी नगर निवासी टेक्सटाइल कारोबारी तरुण जाली के पास काम से सिलसिले से आए थे। तरुण ने गेस्ट हाउस के पास कार खड़ी की थी, जिसमें आशीष का लैपटॉप और आई पैड था। लंच के बाद आशीष के कहने पर एक कर्मचारी लैपटॉप लेने के लिए गया तो घटना का पता चला। इसी तरह गैंग ने स्वरूपनगर निवासी कारोबारी केशव कुमार की कार से नोटों से भरा बैग पार कर दिया। वो काम के सिलसिले में घर से निकले थे। वो कार से आर्यनगर चौराहे के पास पहुंचे थे कि किसी का फोन आ गया। वो कार को किनारे खड़ी कर बात कर रहे थे कि एक युवक ने उनके पास आकर बोला कि आपको पर्स कार से गिर गया है। वो कार से उतरकर देख रहे थे कि शातिर ने बैक सीट में रखे बैग को पार कर दिया। वहीं यह गैंग पिछले पंद्रह दिन में दस वारदात को अन्जाम दे चुका है।

नाबालिग किशोर भी गैंग में

कार का शीशा तोड़कर चोरी करने की ज्यादातर घटनाएं पॉश इलाके में होती हैं। वहीं इस गैंग के दो गुर्गे वारदात को अन्जाम देते हैं, जिसमें एक नाबालिग होता है। भीड़ वाली जगह पर एक शातिर टायर पंचर या कुछ गिरने का झांसा देकर पहले कार चालक का ध्यान बांट देता है। इसके बाद उसका नाबालिग साथी कार से बैग पार कर देता है।

तीन तरीके से चोरी करते हैं

यह गैंग दिल्ली में एक्टिव गैंग की तरह तीन तरह से चोरी करता है। ज्यादातर गैंग ग्लास कटर का इस्तेमाल करते हैं। यह कटर पेंसिल की तरह होता है। जिसकी नोक में हीरे का पानी लगा होता है। जिससे एक झटके में शीशा टूट जाता है। वहीं, कुछ गैंग गुलेल का यूज करते हैं। वे पटाखे के साथ ही गुलेल से शीशा तोड़ते हैं। इसके अलावा शीशा तोड़ने में बोरे का भी यूज किया जाता है। शातिर बोरे को गीला करके कार के शीशे में लगा देते हैं। इसके बाद वे एक झटके में शीशा तोड़कर सामान पार कर देते हैं, यह तरीका ज्यादातर पार्किग में खड़ी कार में यूज होती है।

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इन तरीकों से बच सकते हैं

- कार को रोड पर न खड़ी करें, उसे हमेशा पेड पार्किग में ही खड़ी करें

- अगर कार को रोड पर खड़ी करें, तो उसकी निगरानी में किसी को लगा दें

- कार यूजर अलर्ट रहे, वे रोड की किसी के झांसे में न आएं

- अगर कोई और प्रॉब्लम होती है तो कार को लॉक करके ही गाड़ी से उतरें

- कार में लैपटॉप, बैग समेत अन्य जरूरी सामान न रखें। जब गाड़ी से उतरे तो उन्हें निकाल लें

- अगर कार में ड्राइवर साथ में है तो उसको कार में बैठे रहने की हिदायत दें

- जब कार में अकेले हो तो और ज्यादा अलर्ट रहे। किसी अंजान को कार में न बैठाए

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लोग अलर्ट होकर गाड़ी पार्क करें। गाड़ी खड़ी करने के बाद शीशे जरूर चेक करें। गाड़ी से जाते वक्त शीशे जरूर बंद कर दें। किसी भी तरह की गड़बड़ी पर तुरंत पुलिस को सूचित करें।

-आकाश कुलहरि, एसएसपी, कानपुर नगर