कानपुर (ब्यूरो) नाराज परिवार वालों ने सुजान निवादा गांव के शिवली बर्राजपुर रोड पर शव को रखकर जाम लगा दिया। परिवार वालों का आरोप है कि सत्यनारायण ने सुसाइड नहीं किया है। उनकी हत्या की गई है। उनका पोस्टमॉर्टम दोबारा कानपुर में उनके सामने कराया जाए। जानकारी मिलते ही शिवराजपुर एसओ, बिल्हौर सीओ और एसपी मौके पर पहुंचे और करीब तीन घंटे तक समझाने के बाद परिजनों को शांत कराया। शव लेकर आए जवानों ने भी परिजनों को मदद का भरोसा दिलाया है।

अफसर करते थे प्रताडि़त?
बड़े भाई दीपू ने बताया कि सत्यनारायण के साथी जवानों ने बताया कि रात 8 बजे खाना खाना खाकर वह अपने कमरे में गए थे। काफी देर तक नहीं लौटने पर यूनिट में तैनात अन्य जवान देखने गए तो उनका शव पंखे के सहारे लटक रहा था। गुरुवार रात खबर आई कि सत्यनारायण ने सुसाइड कर लिया है। परिजनों ने आरोप लगाया कि सत्यनारायण को एक सीओ रैंक के अफसर प्रताडि़त कर रहे थे। उन्होंने सुसाइड नहीं किया, बल्कि शव हत्या करके लटकाया गया है। हालांकि उन्होंने ये नहीं बताया कि ये आरोप किस आधार पर लगाए हैं?

निष्पक्षता से जांच का भरोसा
पार्थिव शरीर लेकर कानपुर पहुंचे सैन्य अफसरों और साथी जवानों ने परिजनों को समझाया। बताया कि पूरे मामले की हाई कमेटी जांच कर रही है। किसी भी तरह का भेदभाव नहीं किया जा रहा है। शव का पोस्टमॉर्टम होने के बाद ही वहां से भेजा गया है। तब जाकर परिजन शांत हुए। सैन्य अफसरों ने नौकरी और परिवार को हर संभव मदद का भी भरोसा दिलाया। शाम 4 बजे शिवराजपुर के खेरेश्वर घाट पर राजकीय सम्मान के साथ सत्यनारायण का अंतिम संस्कार किया गया। इसके पहले पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए जवान के घर के बाहर रखा गया।

पत्नी हो गई बदहवास
बीएसएफ में तैनात रहे जवान सत्यनारायण का पार्थिव शरीर देखते ही पत्नी राखी, दोनों बच्चे अविरल और आयुष बदहवास हो गए। पिता मौजी लाल, मां और भाई-बहनों के भी आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे। रिश्तेदारों और गांव के लोगों ने किसी तरह सभी को संभाला।