आई रियलटी

-आवारा जानवरों को पकड़ने का अभियान पहले दिन ही हुआ फेल

-प्रमुख सड़कों पर धमाचौकड़ी करते नजर आए आवारा जानवर

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KANPUR : शहर को स्वच्छ और अवारा जानवरों से मुक्ति दिलाने के बड़े-बड़े दावे पहले दिन ही हवा हो गए। अभियान के पहले दिन भी शहर की मुख्य सड़कों व गलियों में आवारा जानवर धमाचौकड़ी करते नजर आए। पब्लिक सड़क पर इनसे बचकर निकलती रही और ये सड़क पर राजा की तरह शान से घूमते-फिरते रहे। वहीं करीब 20 महीने से आवारा जानवरों को पकड़ने का काम पूरी तरह से बंद पड़ा था। बुधवार से एक बार फिर कैटिल कैचिंग विभाग ने अभियान शुरू किया है। हालांकि पहले दिन दस्ते को कोई खास सफलता नहीं मिली।

बेलगाम से लाेग परेशान

आई नेक्स्ट ने अभियान का रियलिटी चेक किया तो दिखा कि कैटिल कैचिंग दस्ता उन सड़कों पर गया ही नहीं जहां हर समय आवारा जानवर पूरा दिन घूमते फिरते रहते हैं। हम आपको बताते हैं कि रिजर्व बैंक के सामने हर समय जानवरों का झुण्ड लगा रहता है। इस सड़क पर ट्रैफिक भी खूब रहता है। जानवरों के खड़े रहने से यहां जाम लगना रोज की बात है। दूसरी ओर शहर के सबसे बिजी बाजार बिरहाना रोड पर भी आवारा जानवरों का आतंक है। यहां पटकापुर और रामनारायण बाजार, दालमंडी क्षेत्र में कई चट्टे हैं। इन चट्टों के मालिक दूध दुहने के बाद इन जानवरों को खुला छोड़ देते हैं, जो मुख्य सड़क (बिरहाना रोड) पर पूरे दिन घूमते रहते हैं।

वीआईपी सड़कों पर भी आतंक

शहर की वीआईपी रोड पर तो इन जानवरों का आतंक देखते ही बनता है। बीच सड़क पर झुण्ड के रूप में खड़े ये जानवर अक्सर ट्रैफिक में बाधा खड़ी कर देते हैं। इस सड़क पर दिन में कई बार बड़े प्रशासनिक अधिकारी गुजरते हैं, लेकिन वे भी अवाइड करते हुए निकल जाते हैं। यही हाल पीरोड, जवाहर नगर, मूलगंज, मेस्टन रोड आदि क्षेत्रों का है। कई बार तो इन जानवरों के बीच जब लड़ाई होती है तो माहौल बड़ा भयानक हो जाता है। लोगों को बचने के लिए इधर-उधर भागना पड़ता है और कई लोग चुटहिल भी हो जाते हैं।

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इन इलाकों में अावारा जानवर

हरबंश मोहाल, लोकमन मोहाल, सुतरखाना, घसियारी मंडी, हूलागंज, धनकुट्टी, बादशाही नाका, पटकापुर, फीलखाना, कराचीखाना, सतरंजी मोहाल, ग्वालटोली, सूटरगंज, गांधी नगर, गुमटी, किदवई नगर, बारादेवी, बर्रा, गोविन्द नगर, श्याम नगर, रामादेवी, केशवपुरम, विजय नगर, कल्याणपुर आदि।

अब तक हो चुकी कई घटनाएं

-मेडिकल कॉलेज हॉस्टल में चार स्टूडेंट्स को स्ट्रीट डॉग्स ने काटा

-सेंट्रल स्टेशन के बाहर फौजी को सांड ने पटका

-आईआईटी स्टूडेंट्स को गाय ने सींग मारकर घायल किया

-एचएएल के पास सांड ने बुजुर्ग पर हमलाकर मार डाला

-श्याम नगर बाईपास पर आवारा जानवर से बचने में बाइक सवार की मौत

-सांड से बचने में निराला नगर में बाइक से गिरा युवक, पैर टूटा

-आवारा जानवर से बचने में विकास नगर रोड के डिवाइडर पर बाइक टकराई, युवक की मौत

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सिटी में आवारा जानवर

कुत्ते- 1.30 लाख

सुअर-1.4 लाख

सांड -13 हजार

बंदर - 35 हजार

गाय- 20 हजार

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नगर निगम का अभियान महज दिखावा

आवारा जानवर सिटी के लिए बड़ी समस्या बन चुके हैं। रोज लोग शिकार हो रहे हैं। नगर निगम का अभियान दिखावा लग रहा है।

-प्रकाश गुप्ता, बिजनेसमैन

डस्टबिन के आसपास रोड पर कूड़ा पड़ा रहने के कारण आवारा जानवर की समस्या और भी बढ़ गई है।

-पुनीत पाण्डेय, बैंककर्मी

बाजारों में जानवर हर समय घूमते रहते हैं। अगल-बगल से भी निकलने में डर लगा रहता है।

-सुमेर जैन, बिजनेसमैन

आवारा जानवरों के मालिकों पर हैवी जुर्माना लगाए जाने का नियम हो, तभी इस समस्या का हल निकलेगा।

-पंकज दीक्षित, अधिवक्ता