>-शहर के बाजार खुले रहे, मुस्लिम एरिया में कुछ दुकानदारों ने बंद रखीं दुकानें

-लोगों ने आराम से की खरीदारी, सामान्य रहा मंडे को शहर का आम जनजीवन

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KANPUR: नोट बंदी के विरोध में विपक्षी दलों की ओर से भारत बंद के आवाह्न का असर कानपुर में नहीं दिखा। मुस्लिम क्षेत्रों में कुछ कारोबारियों ने दुकानें बंद रखीं, लेकिन दोपहर बाद उनमें से भी अधिकांश दुकानें खुल गईं। खास बात यह रही कि सीपीआई और कांग्रेस के कुछ कार्यकर्ता बंदी कराने के लिए मार्केट्स में निकले, लेकिन पब्लिक का रुख देखकर वो शांत हो गए। कुल मिलाकर बंदी बुरी तरह से फ्लाप रही। मंडे को आम जनजीवन पूरी तरह नॉर्मल रहा। बाजारों में रोज की तरह चहल-पहल दिखी। आई नेक्स्ट ने बंदी के दौरान शहर के प्रमुख बाजारों का जायजा लिया। इस दौरान पब्लिक से उनकी राय भी जानी।

1. नवीन मार्केट

मंडे मार्निग सबसे पहले आई नेक्स्ट टीम नवीन मार्केट पहुंची। यहां रोज की तरह बाजार नॉर्मल दिखा। लोग आराम से खरीदारी कर रहे थे। करीब 12 बजकर 50 मिनट पर कुछ कांग्रेसी वहां पहुंचे, लेकिन जब देखा कि दुकानें खुली हैं और लोग खरीदारी कर रहे हैं तो उनसे बिना कुछ कहे वहां से चले गए

2. घंटाघर चौराहा

शहर के सबसे बिजी चौराहों में से एक घंटाघर चौराहे पर भी दोपहर करीब 2 बजे खूब चहल-पहल थी। चौराहे पर रोज की तरह जाम भी लगा था और लोग रोजमर्रा की खरीदारी भी बिजी भी थे। यहां दुकानदारों ने बताया कि सुबह 10 बजे कुछ लोग दुकानें बंद कराने आए थे लेकिन उनकी किसी ने नहीं सुनी तो चले गए।

3. किदवई नगर

कानपुर साउथ के सबसे बिजी बाजारों में एक किदवई नगर बाजार। करीब दोपहर 2 बजे यहां पहुंची आई नेक्स्ट टीम को सबकुछ बिल्कुल नॉर्मल दिखा। कुछ कम्यूनिस्ट पार्टी कार्यकर्ता यहां नारेबाजी करते हुए दिखे लेकिन पब्लिक और दुकानदारों ने उनकी इस हरकत को नजरअंदाज कर दिया। उन्होंने कुछ दुकानदारों से बंद का समर्थन करने का आग्रह किया लेकिन उन्होंने इसके नकार िदया।

4. बिरहाना रोड

नोटबंदी के बाद करीब एक हफ्ते तक बंद रहे बिरहाना रोड मार्केट में भी मंडे को खासी चहल-पहल दिखी। ज्वैलरी बाजार के अलावा भी पूरा बाजार खुला दिखा। शोरूम में नॉर्मल तरीके से लोग खरीदारी कर रहे थे और व्यापारी भी व्यापार में बिजी दिखे। यहां शाम को 5 बजे तक कोई भी बंद समर्थक नहीं दिखाई दिया।