-एक हफ्ते तक कैंपस में डेरा डालकर खंगाले रिकॉर्ड, साथ ले गई अहम दस्तावेज

-साल 2010 में कंडक्ट हुए सीपीएमटी एग्जाम से संबंधित रिकॉर्ड की थी तलाश

KANPUR : जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज को झुलसाने के बाद व्यापमं घोटाले की आंच अब सीएसजेएम यूनिवर्सिटी तक पहुंच गई है। मामले की जांच कर रही सीबीआई की टीम करीब एक हफ्ते तक कैंपस में डेरा डाले रही और अहम रिकॉर्ड खंगालने के बाद उन्हें अपने साथ ले गई है। टीम को यूनिवर्सिटी द्वारा 2010 में कंडक्ट कराए गए सीपीएमटी एग्जाम के रिकॉर्ड चाहिए थे। पहले तो यूनिवर्सिटी प्रशासन ने रिकॉर्ड देने में आनकानी की लेकिन सीबीआई अधिकारियों ने वीसी से मीटिंग कर जरूरी दस्तावेज हासिल कर लिए। वीसी ने उस टाइम के एंट्रेंस एग्जाम को-ऑर्डिनेटर रहे प्रो। नंदलाल से सीबीआई टीम को मदद करने के निदर्1ेश दिए।

को-ऑर्डिनेटर ने पूरा रिकॉर्ड दिया

छत्रपति साहू जी महाराज यूनिवर्सिटी के पूर्व वीसी प्रो। हर्ष कुमार सहगल ने इयर 2010-11 कंबाइंड प्री मेडिकल टेस्ट का एंट्रेंस एग्जाम कंडक्ट कराया था। सीबीआई की टीम ने एक बार फिर से इयर 2010-11 का रिकॉर्ड यूनिवर्सिटी प्रशासन से मांग लिया है। प्रो। नंद लाल ने सारा रिकॉर्ड व्यापमं प्रकरण की जांच कर रही सीबीआई टीम को उपलब्ध करा दिया। टीम रिकॉर्ड लेकर गुरुवार को वापस चली गई।

2013 का रिकॉर्ड भी ले गई थी

यूनिवर्सिटी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इयर 2013 सीपीएमटी एंट्रेंस पूर्व वीसी प्रो। अशोक कुमार ने कंडक्ट कराया था। यह परीक्षा स्टेट के करीब 170 सेंटर पर कंडक्ट कराई गई थी, जिसमें कि 85 हजार स्टूडेंट्स ने शिरकत की थी। एंट्रेंस में करीब 3 हजार स्टूडेंट्स सफल हुए थे। इयर 2014 में सीबीआई ने व्यापमं प्रकरण में यूनिवर्सिटी से इयर 2010 और 2013 सीपीएमटी का पूरा रिकॉर्ड ले गई थी। सीबीआई झांसी व लखनऊ मेडिकल यूनिवर्सिटी में भी दस्तक दे चुकी है।

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सीबीआई की टीम यूनिवर्सिटी आई थी। टीम ने इयर 2010-11 का सीपीएमटी एंट्रेंस टेस्ट का पूरा रिकॉर्ड मांगा था। एग्जाम को-ऑर्डिनेटर ने सीबीआई को पूरा रिकॉर्ड दे दिया है। टीम रिकॉर्ड लेकर जा चुकी है।

-सय्यद वकार हुसैन, रजिस्ट्रार