कानपुर(ब्यूरो)। कानपुर सिटी से गुजरने वाली गंगा में स्नान के लिए लाखों की संख्या में श्रृद्धालु आते हैं। गंगा में स्नान के लिए सिटी में दस घाट हैं, जहां हजारों लाखों लोग विशेष पर्व में स्नान करते हैं। अटल घाट को छोड़ कर किसी भी घाट पर न तो फीमेल के लिए चेजिंग रूम है और न ही स्नान के लिए कोई सेफ्टी प्वाइंट है। ऐसे में शासन ने नगर निगम को गंगा घाटों पर फीमेल के लिए चेजिंग रूम बनाने के लिए कहा है। ताकि वहां स्नान करने आने वाली महिलाओं को परेशानियों का सामना न करना पड़े।

सौंदर्यीकरण तो किया, सेफ्टी व चेजिंग रूम में नहीं बने
गंगा के किनारे घाटों का बीते कुछ सालों में सौंदर्यीकरण तो किया गया, लेकिन वहां स्नान करने वाले श्रृद्धालुओं के सेफ्टी व फीमेल के चेजिंग रूम पर फोकस नहीं किया गया। स्नान घाट न होने से वहां स्नान के दौरान कई बार हादसे का शिकार भी हो जाते हैं। इसके अलावा घाटों में महिलाओं के लिए कोई स्थाई चेजिंग रूम नहीं बनाए गए। केवल अटल घाट में चेंजिंग रूम और स्नान की सुविधा है। जबकि अन्य घाटों में बने अस्थाई चेंजिंग रूम महिलाएं यूज करती हैं।

शासन ने लिया गंभीरता से
गंगा घाट पर सेफ्टी और महिलाओं के लिए चेजिंग रूम को लेकर स्थानीय विधायक सुरेंद्र मैथानी ने सीएम को पत्र भी लिखा था। जिसके बाद विशेष सचिव नगर विकास विभाग सत्य प्रकाश पटेल ने कानपुर नगर निगम को गंगा घाटों पर स्नान घाट व महिलाओं के लिए चेजिंग रूम बनाने का निर्देश दिया। इसके लिए नगर निगम ने तैयारियां भी शुरू कर दी है।

चादर की आड़ में
अस्थाई चेजिंग रूम की हालत भी बेहद खराब
दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम ने गंगा घाट पर बनाए गए चेजिंग रूम का जायजा लिया तो हालात चौंकाने वाले थे। सरसैया घाट, गोला घाट और परमट घाट में चेजिंग रूम के नाम पर अस्थाई रूम से चादर से ढक कर बनाया गया था लेकिन चेजिंग रूम की जगह इतनी छोटी है कि वहां दो से ज्यादा महिलाएं नहीं जा सकती है। जबकि घाट पर हजारों की संख्या में महिलाएं व पुरुष स्नान करने आते हैं। चेजिंग रूम न होने के चलते उन्हें मजबूरन खुले में कपड़े चेंज करने पड़ते है।

इन घाटों पर आते हैं श्रद्धालु

1. बिठूर घाट
2. सरसैया घाट
3. मस्कर घाट
4. परमट घाट
5. गोला घाट
6. सिद्धेश्वर घाट
7 ड्योढ़ी घाट
8. नजबगढ़ घाट
9. भैरो घाट
10. अटल घाट