- कॉलेजों के बाहर तैनात लड़के सचल दल के आने की सूचना फोन पर दे रहे

-उड़न दस्ते के कॉलेज पहुंचने से पहले ही हो जाता है सब कुछ व्यवस्थित

UNNAO: 'मांझी जो नाव डुबोए तो उसे कौन बचाए' यह पंक्तियां जनपद में इन दिनों चल रही बोर्ड परीक्षाओं में नायाब तरीके से हो रही नकल पर पूरी तरह से सटीक साबित हो रही हैं। इस बार की परीक्षाओं में नकल के भी नए-नए तरीके खोज निकाले गए हैं। सूत्रों की मानें तो नकल भी हाई टेक हो चुकी है। जनपद के कई विकास खंडों के परीक्षा केंद्रों में कक्ष निरीक्षक भी बोर्ड के मानक के अनुकूल आचरण न करके उसके विपरीत मोबाइल फोनों के जरिए हाईटेक तरीके से नकल करा रहे हैं। जिसे पकड़ पाने में सचल दल तक फेल साबित हो रहे हैं।

नुक्कड़ से निगरानी

सचल दल की गाडि़यों के परीक्षा केंद्रों की तरफ मुड़ते ही नुक्कड़ों पर खड़े लोग मोबाइल पर इस बात की जानकारी परीक्षा केंद्रों पर दे देते हैं। जब तक सचल दल वहां पहुंचता है तब तक सब कुछ व्यवस्थित हो जाता है। दल की वापसी के बाद फिर से नकल शुरू हो जाती है। बता दें कि गुरुवार को संयुक्त शिक्षा निदेशक सुत्ता सिंह ने यहां के कई परीक्षा केंद्रों का औचक निरीक्षण करके न सिर्फ नकल पकड़ी बल्कि आधा दर्जन कक्ष निरीक्षकों के पास से परीक्षा ड्यूटी के दौरान चालू हालत में मोबाइल पकड़ कर उन्हें जब्त कर डीआईओएस के हवाले कर दिया। वहीं उसी विषय से संबंधित क्0 शिक्षकों को परीक्षा ड्यूटी के दौरान पकड़ कर कार्य मुक्त कर दिया.इसके अलावा बिना आई कार्ड के कक्ष निरीक्षक की ड्यूटी कर रहे दो शिक्षकों को लताड़ लगाते हुए केंद्र व्यव्स्थापकों को सख्त निर्देश दिए थे बिना आई कार्ड के कक्ष निरीक्षकों से परीक्षा ड्यूटी न कराई जाए, लेकिन रात गई बात गई की तर्ज पर फिर से उसी ढर्रे पर परीक्षाएं कराई जा रही हैं।

मोबाइल लेकर ड्यूटी कर रहे शिक्षक

जेडी के दौरे के बावजूद भी कोई फर्क नहीं पड़ा है, मोबाइल लेकर कक्ष निरीक्षक परीक्षाएं करा रहे हैं। बिना आई कार्ड के कक्ष निरीक्षक ड्यूटी कर रहे हैं। संबंधित विषय के शिक्षक भी कक्ष निरीक्षक बनकर परीक्षा करा रहे हैं। इस तरह से यहां पर बोर्ड के मानकों की अनदेखी हो रही है। पुर्ची की जगह अब मोबाइल फोनों के जरिए नकल का खेल चल रहा है।

प्रायोजित तरीके से नकल

कई परीक्षा केंद्रों पर प्रायोजित तरीके से पेपरों को समय से पहले ही खोल कर नकल कराई जा रही है। खासकर बांगरमऊ व उसके आसपास के परीक्षा केंद्रों और बीघापुर तहसील के आस पास के कुछ परीक्षा केंद्रों तता पुरवा और गंगाघाट के आस पास के कुछ परीक्षा केंद्रों में इस तरह की शिकायतें प्राप्त हो रही हैं। दबी जुबान से विभागीय लोग इस तरह की जानकारियां दे रहे हैं, लेकिन सामने मुंह खोलने को कोई तैयार नहीं है।