अमेरिका के एक फेडरल कोर्ट जज ने एक सिंबॉलिक डिसीजन में ईरान, अलकायदा और तालिबान को 11 सितंबर, 2001 के टैरेरिस्ट अटैक के शिकार लोगों के रिलेटिव्स, को छह अरब डॉलर (करीब 333 अरब रुपये) की फाइनेंशियल हैल्प  देने का सजेशन दिया है।

 

वल्र्ड ट्रेड सेंटर पर हुए इस अटैक में कैप्टन विक्टर भी मारे गए थे। उनकी विडो एलेन सारासिनी इस अनुशंसा से खुश हैं। विक्टर उन हाइजैक प्लेन्स में से एक के कैप्टन थे, जिन्हें हाइजैक के बाद वल्र्ड ट्रेड सेंटर से टकराया गया था। एलेन ने कहा,‘जो हुआ उसकी भरपाई नहीं की जा सकती, लेकिन इस फैसले ने हमारे जख्मों को फिर से हरा कर दिया है। हमने इस मामले में कोई केस फाइल नहीं किया। मगर मैं जानना चाहती थी कि मेरे हसबेंड के साथ क्या हुआ था.’

पिछले साल इस हमले में मारे गए 47 लोगों के रिलेटिव्स की ओर से फाइल पिटीशन पर सुनवाई करते हुए जज जॉर्ज डेनियल्स ने अलकायदा, तालिबान और ईरान को हमलों के लिए रिस्पांसिबल ठहराया था। उन्होंने मजिस्ट्रेट को इन अटैक से हुए डैमेज को एसेस करने को कहा था। अब इस रेक्मेंडेशन को एक्सेप्ट या अमेंड करना यह डिसीजन डेनियल्स का है।

 

डेनियल्स ने लास्ट इयर विक्टिम्स के इस लॉजिक को सही ठहराया था कि 2001 के अटैक अलकायदा को मिली हेल्प से ही पॉसिबल हुए थे। इनवेस्टिगेशन में यह भी पाया गया कि ईरान की ओर से अलकायदा को मदद जारी है और वहां उसके नेताओं को सिक्योर शेल्टर मिला हुआ  है। हालांकि ईरान अटैक का अपने से संबंध होने से इन्कार किया है। अलकायदा और ईरान वैसे तो एक दूसरे के दुश्मन हैं लेकिन अमेरिका से दोनों की दुश्मनी है। इस कारण जरूरत के समय दोनों एक दूसरे के मददगार हो जाते हैं। ईरान ने 9/11 अटैकं के लिए हाईजैकर्स को अपने देश से होकर गुजरने दिया था। हालांकि इन हमलों की इनवेस्टिगेशन में ऐसे प्रूफ नहीं मिल सके हैं कि ईरान को हमले की पहले से जानकारी थी।

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