-दर्जनों नशेबाज आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने के बाद गोदाम में गुजारते हैं रात

-आरपीएफ को इसकी जानकारी होते हुए भी अब तक नहीं उठाया कोई सख्त कदम

KANPUR : सेंट्रल स्टेशन परिसर में चोरी, लूट समेत अन्य आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने वाले शातिर अपराधियों की पनाहगाह वर्षो से रेलवे सीपीसी गोदाम रहा है। जहां दर्जनों शातिर अपराधियों ने अपना आसरा बना रखा है। फ्राइडे का रेलवे परिसर में पांच वर्ष की मासूम के साथ हुए गैंग रेप के दो आरोपी रहने वाले तो उन्नाव शुक्लागंज से हैं, लेकिन वह सालों से रेलवे सीपीसी गोदाम में रह रहे थे। सीपीसी गोदाम में अवैध तरीके से रहने वाले दर्जनों अपराधियों के बारे में आरपीएफ पूरी जानकारी रखते हुए भी उनके खिलाफ कोई ठोस कदम नहीं उठाती है।

शातिर महिला चलाती है गैंग

जीआरपी सूत्रों की माने तो सीपीसी गोदाम में रहने वाली एक शातिर महिला सेंट्रल स्टेशन में चोरी व लूट करने वाले अपराधियों का पूरा गैंग चलाती है। साथ ही वह ब्राउन शुगर व चरस बेचने का कार्य भी करती है। सीपीसी गोदाम व सेंट्रल स्टेशन परिसर के आस पास बने रेलवे के दर्जनों मकान वर्तमान समय में कंडम घोषित कर दिए गए हैं, जिसके चलते वह कई माह से खाली पड़े हैं। इन मकानों को अपराधियों ने अपना अड्डा बना रखा है।

दिन में उठाते कबाड़ रात में करते चोरी

सेंट्रल स्टेशन परिसर स्थित रेलवे ट्रैक किनारे खाली बोतल व कूड़ा बिनने वाले कई युवक रात में यात्रियों के सामान में अपना हाथ साफ करते हैं। परिसर में आने जाने वाले चोर रास्तों की पूरी जानकारी होने के कारण यह आसानी से चोरी का सामान सेंट्रल से बाहर लेकर निकल जाते हैं।

दीवार बनने के बाद भी चोर रास्ते खुले

रेलवे बोर्ड ने चोर रास्तों को खत्म करने के लिए लाखों रुपये खर्च कर मुरे कंपनी स्थित लखनऊ फाटक के पास से स्टेशन तक नई बाउंड्री वॉल बनवाई है। लेकिन चोर रास्ते अब भी खत्म नहीं हुए हैं। स्टेशन की पूरी तरह से परख रखने वाले कुछ अवैध वेंडरों ने अपना माल प्लेटफार्म पर लाने व ले जाने के लिए चोर रास्तों को खोल रखा है। जिससे उनके आदमी आसानी से बिना किसी रोक टोक के प्लेटफार्म में सामना पहुंचा सकें।

फोटो कुलदीप फोल्डर में पड़ी हुई है।