कानपुर (ब्यूरो)। सीएसजेएमयू कैंपस में न्यू सेशन से रामायण, गीता और महाभारत के प्रसंगों पर रिसर्च की जाएगी। डिपार्टमेंट आफ लाइफलांग लर्निंग एंड एक्सटेंशन में हिंदू स्टडीज कोर्स को पढ़ाया जाएगा। इस सेशन में पीएचडी की सीटों पर एडमिशन भी लिए जाएंगे। सिंगल गर्ल चाइल्ड या शहीद परिवार के बच्चों के एडमिशन आने पर सीटों की संख्या को बढ़ाया जा सकता है। हिंदू स्टडीज कोर्स को कराने वाली सीएसजेएमयू प्रदेश का पहली स्टेट यूनिवर्सिटी होगी। अभी तक यूपी में हिंदू स्टडीज की पढ़ाई केवल बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में होती है जो कि सेंट्रल यूनिवर्सिटी है।

डिपार्टमेंट में आकर संपर्क करें
सेशन 2023-24 में एमए हिंदू स्टडीज की 30 सीटों पर एडमिशन लिए जाएंगे। यूनिवर्सिटी की ओर से मिले आंकड़ों के अनुसार अभी तक 12 सीटों पर एडमिशन हो चुके है। एडमिशन के इच्छुक स्टूडेंट्स को यूनिवर्सिटी की वेबसाइट मे रजिस्ट्रेशन कराने के बाद डिपार्टमेंट में आकर संपर्क करना होगा। वहीं, पीएचडी में एडमिशन की बात करें तो एंट्रेस एवं अन्य प्रोसेस का क्वालीफाई और फॉलो करने वालों को एडमिशन दिया जाएगा। पीएचडी कोर्स में हिंदू धर्म से जुड़े विषयों पर रिसर्च होगी।

पुनर्जन्म बंधन और मोक्ष की पढ़ाई
एमए (हिंदू स्टडीज) के दो साल के कोर्स को चार सेमेस्टर में बांटा गया है। पहले सेमेस्टर में संस्कृत परिचय, प्रमाना सिद्धांत, वाद परंपरा और तत्व विमर्श समेत कई विषयों को पढ़ाया जाएगा। दूसरे सेमेस्टर में स्टूडेंट्स को वेस्टर्न मैथड्स फॉर अंडरस्टैडिंग डिस्कोर्सेज, द भगवतगीता एंड अंडरस्टैडिंग ऑफ द सेल्फ और धर्म कर्म विमर्श को पढ़ाया जाएगा। दो सेमेस्टर का कोर्स एक साल में पूरा होगा। दूसरे साल की शुरुआत में तीसरे सेमेस्टर में पुर्नजन्म बंधन मोक्ष विमर्श, रामायण और इंडियन क्लासिकल लिट्रेचर को पढ़ाया जाएगा। वहीं लास्ट और चौथे सेमेस्टर मे महाभारत, धर्म, दर्शन एंड संस्कृति, डाटा एनालिसिस फॉर हिंदू स्टडीज, हिंदू फिलास्फी और एनिसिएंट इंडियन साइंस एंड टेक्नोलॉजी को पढ़ाया जाएगा। हर सेमेस्टर मे कुछ इलेक्टिव सब्जेक्ट भी शामिल हैं। यहां पर हिंदू संस्कृति से जुड़े कई अहम विषय भी पढ़ाए जाएंगे।

कोर्स करने के बाद यह है मौके
बीते दिनों में देखने को मिला है कि सरकार इंडियन नॉलेज सिस्टम, ह्यूमन वैल्यू और ओल्ड कल्चर को बढ़ावा दे रही है। एजूकेशनल इंस्टीट्यूशंस में कोर्सों में इलेक्टिव सब्जेक्ट या एडीशनल सब्जेक्ट के रुप में इनकी पढ़ाई शुरु भी हो गई है। ऐसे में आने वाले समय में इन सब्जेक्ट्स को पढ़ाने वालों की मांग बढऩा तय है। ऐसे में इस कोर्स को करने वाले स्टूडेंट्स को जॉब मिलेगी। इसके अलावा अपनी संस्कृति के बारे में फ्रीलांस लेक्चरर के रुप में भी आप अपने करियर को एक आयाम दे सकते है।
डिपार्टमेंट आफ लाइफलांग लर्निंग एंड एक्सटेंशन में हिंदू स्टडीज कोर्स को पढ़ाया जाएगा। एमए की 30 और पीएचडी की दो सीटों पर एडमिशन होंगे। एमए में एडमिशन के इच्छुक कैंडीडेट्स यूनिवर्सिटी की वेबसाइट में रजिस्ट्रेशन कराकर डिपार्टमेंट में संपर्क कर सकते है।
डॉ। विशाल शर्मा, मीडिया प्रभारी, सीएसजेएमयू
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एमए (हिंदू स्टडीज): चार सेमेस्टर में बांटा कोर्स
-एमए हिंदू स्टडीज के पहले सेमेस्टर में संस्कृत परिचय, प्रमाना सिद्धांत, वाद परंपरा और तत्व विमर्श आदि कई विषयों की पढ़ाई कराई जाएगी
-दूसरे सेमेस्टर में वेस्टर्न मैथड्स फॉर अंडरस्टैडिंग डिस्कोर्सेज, द भगवतगीता एंड अंडरस्टैडिंग ऑफ द सेल्फ और धर्म कर्म विमर्श को पढ़ाया जाएगा
-दूसरे साल की शुरुआत में तीसरे सेमेस्टर में स्टूडेंट्स को पुर्नजन्म बंधन मोक्ष विमर्श, रामायण और इंडियन क्लासिकल लिट्रेचर को पढ़ाया जाएगा।
-चौथे सेमेस्टर मे महाभारत, धर्म, दर्शन एंड संस्कृति, डाटा एनालिसिस फॉर हिंदू स्टडीज, हिंदू फिलास्फी और एनिसिएंट इंडियन साइंस एंड टेक्नोलॉजी की पढ़ाई
- हर सेमेस्टर मे कुछ इलेक्टिव सब्जेक्ट भी शामिल हैं। यहां पर हिंदू संस्कृति से जुड़े कई अहम विषय भी पढ़ाए जाएंगे। परम्पराओं के बारे में बताया जाएगा