कानपुर (ब्यूरो)गवर्नर ने कहा कि हमारी बेटियां आज बेटों से आगे निकल चुकी हैं। वे उच्च शिक्षा की ओर बढ़ रही हैं। 86 पदक पाने वालों में 55 स्टूडेंट्स में 36 छात्राएं हैं। उन्होंने छात्राओं के पढऩे के साथ स्वास्थ्य पर भी ध्यान देने की बात कही। कहा कि यूनिवर्सिटी अपने यहां सभी छात्राओं के ब्लड टेस्ट करवाएं, जिससे उनके भीतर हो रही बीमारियों का पता वक्त रहते पता चल सके।

कुपोषण और टीबी मुक्त
गवर्नर ने महिलाओं को संस्थागत डिलीवरी के लिए और अधिक जागरुक करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि ग्राम प्रधानों को स्वयं सुनिश्चित करना होगा कि उनका गांव टीबी मुक्त हो, कुपोषण मुक्त हो, साथ ही जिन महिलाओं की डिलीवरी होनी हो उन्हें समय पर धनराशि उपलब्ध कराई जाए। उन्होंने समाज में होने वाली दहेज प्रथा और बाल विवाह के लिए समाज के हर वर्ग को आवाज उठाने के लिए कहा। सभी स्टूडेंट्स ने इसका संकल्प लिया।

शिक्षा से ज्यादा दीक्षा
मुख्य अतिथि राज्यसभा सांसद डॉ सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि दीक्षा आपकी चेतना का विकास करती है। जीवन में जितना महत्व शिक्षा का है उससे अधिक दीक्षा का होता है। उन्होंने कहा कि हमें अपने मूल्यों और आदर्शों का पालन करना चाहिए।

वोकल फॉर लोकल को बढ़ावा
उच्च शिक्षा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री नीलीमा कटियार ने कहा कि वोकल फॉर लोकल के साथ स्टूडेंट्स को आगे बढऩा चाहिए। जिन मूल्यों आदर्शों और परम्पराओं को पूरे विश्व ने स्वीकारा है। हमें उन्हें लेकर ही आगे बढऩा है और भारत को विश्वगुरू के रूप में स्थापित करना है।

इनक्यूबेशन सेंटर के लिए डेढ़ करोड़
कुलपति प्रो। विनय कुमार पाठक ने बताया कि सीएसजेएम यूनिवर्सिटी ने नई शिक्षा नीति 2020 का सफलतापूर्वक क्रियान्वयन किया है। उन्होंने बताया कि यहां पर 26 नए वोकेशनल कोर्स भी शुरू किए गए हैं। उन्होंने बताया कि यूनिवर्सिटी को राज्यसभा सांसद सुधांशु त्रिवेदी द्वारा 50 लाख की धनराशि दी गई है। यूनिवर्सिटी के इनक्यूबेशन सेंटर के लिए सरकार द्वारा डेढ़ करोड़ की धनराशि दी गई है।

डिजिलॉकर एप किया लांच
दीक्षांत समारोह में स्टूडेंट्स की मार्कशीट, सर्टिफिकेट, प्रोविजनल डिग्री, माइग्रेशन प्रमाण पत्र आदि डिजिटली सुरक्षित रखने के लिए 'डिजिलॉकरÓ एप भी लांच किया गया। इससे स्टूडेंट्स अपने विविध डॉक्यूमेंट्स को ऑनलाइन सुरक्षित रख सकेंगे। इस ऐप के लिए विवि कुलपति प्रो। विनय कुमार पाठक द्वारा छात्रों को 20 हजार की धनराशि दी गई थी।