- हैलट में भर्ती वृद्धा का ऑक्सीजन सिलेंडर हो गया था खत्म, बदलने के मांगे जा रहे थे रुपए

- पोस्ट ऑपरेटिव वॉर्ड की घटना, ब्रेन हैमरेज होने पर न्यूरो सर्जन यूनिट में हुई थी एडमिट

KANPUR: एलएलआर हॉस्पिटल में सर्जरी के पोस्ट ऑपरेटिव वार्ड में मंडे देर रात ऑक्सीजन नहीं मिलने से वृद्धा की मौत हो गई। ब्रेन हैमरेज होने पर उसे हैलट में भर्ती कराया गया था। हालत नाजुक होने पर न्यूरो सर्जन की यूनिट में सर्जरी के एनओटी वार्ड में उन्हें रखा गया था। बेटे के मुताबिक मंडे रात का ऑक्सीजन सिलेंडर खत्म होने पर उन्हें प्राब्लम हुई। कर्मचारी से जब सिलेंडर बदलने को कहा तो उनसे पैसे मांगे गए। काफी देर तक ऑक्सीजन नहीं लगने पर वृद्धा की मौत हो गई।

ऑपरेशन के बाद ऑब्जर्वेशन पर थी

सरसौल निवासी राम सहाय की पत्‍‌नी रमा देवी (70) को 3 जनवरी को ब्रेन हैमरेज होने पर एलएलआर हॉस्पिटल में एडमिट किया गया था। उन्हें न्यूरो सर्जन डॉ। गजेंद्र सिंह की यूनिट में भर्ती कराया गया था। बेटे सुनील के मुताबिक पहले डॉक्टर्स ऑपरेशन के लिए कह रहे थे, लेकिन उम्र देखते हुए ऑपरेशन टाल दिया। उन्हें एनओटी वार्ड में ऑब्जर्वेशन पर रखा था। सांस लेने में प्रॉब्लम की वजह से उन्हें ऑक्सीजन दी जा रही थी। मंडे रात 1.30 बजे करीब ऑक्सीजन सिलेंडर में गैस खत्म हो गई। उन्होंने बताया कि वार्ड में न तो नर्स थी और न कोई डॉक्टर। एक कर्मचारी से उन्होंने सिलेंडर बदलने को कहा तो उसने सुबह सिलेंडर लाने की बात कही। सुनील ने आरोप लगाया कि कर्मचारी ने फौरन सिलेंडर बदलने के लिए उनसे पैसे की भी मांग की।

इधर-उधर भटकता रहा बेटा

सुनील के मुताबिक वह काफी देर तक ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए इधर उधर भटकता रहा लेकिन मां के लिए ऑक्सीजन का इंतजाम नहीं कर पाया। इसी दौरान रमा देवी की मौत हो गई। सुनील के मुताबिक डॉक्टर्स ने इलाज के दौरान 25 हजार से ज्यादा की दवाएं बाहर से खरीदवाईं। यहां तक की सीरिंज भी बाहर से ही लानी पड़ेगी।