कानपुर(ब्यूरो)। डेंगू की रफ्तार रुकने का नाम नहीं ले रही है। मंडे को हेल्थ डिपार्टमेंट की रिपोर्ट में सात नए डेंगू के मामले आए। अब सिटी में मिले कुल डेंगू संक्रमितों की संख्या 127 तक पहुंच गई है। डेंगू के असर के कारण हैलट और उर्सला की ओपीडी में मंडे को रिकॉर्ड तीन हजार मरीजों की ओपीडी हुई। इसमें सबसे ज्यादा मरीज बुखार, खांसी, सांस फूलने की समस्या लेकर मेडिसिन विभाग में पहुंचे। वहीं, डेंगू के लक्षण और प्लेटलेट्स में कमी की शिकायत के भी मरीजों की भरमार ओपीडी में रही।

8 को किया गया भर्ती
जीएसवीएम मेडिकल कालेज के सीनियर प्रो। जेएस कुशवाहा ने बताया कि मंडे को ओपीडी में करीब 350 पेशेंट्स को देखा गया। इसमें ज्यादातर पेशेंट्स बुखार, खांसी, सांस फूलने और जोड़ों में दर्द की समस्या लेकर अस्पताल आ रहे हैं। ऐसे पेशेंट की लिवर फंक्शन जांच कराकर उनके प्लेटलेट्स काउंट को देखा जा रहा है। इसके साथ ही डेंगू के गंभीर लक्षण वाले आठ मरीजों को भर्ती कर उनका इलाज शुरू किया गया है। उर्सला के निदेशक डा। एसपी चौधरी ने बताया कि ज्यादातर पेशेंट्स बुखार और जोड़ों की समस्या लेकर ओपीडी पहुंच रहे हैं।

जांच के लिए लंबी लाइन
एलएलआर और उर्सला अस्पताल की पैथोलाजी में डेंगू संक्रमण के कारण लिवर फंक्शन की जांच कराने पहुंचे मरीजों की संख्या सबसे ज्यादा रही। वहीं, एलएलआर, उर्सला अस्पताल, आइएमए के ब्लड बैंक में प्लेटलेट्स की मांग बढ़ गई है। प्रतिदिन 10 के करीब तीमारदार प्लेटलेट्स के लिए ब्लड बैंक पहुंच रहे हैं।

40 सैंपल में सात संक्रमित
स्वास्थ्य विभाग की ओर से मंडे को जांच कराए गए 40 सैंपल में सात संक्रमित मिले हैं। जिसमें एक आठ च्र्ष की बच्ची है। शेष छह संक्रमित युवा हैं। जिन क्षेत्रों से डेंगू के संक्रमित मामले मिल रहे हैं। वहां पर लक्षणयुक्त मरीजों की सैंपलिंग कराई जा रही है।