कानपुर (ब्यूरो)। ठंड बढऩे के साथ अब कोहरे का कहर भी शुरू हो गया है। देर रात से सुबह तक कानपुराइट्स को फॉग का सामना करना पड़ रहा है। जिससे लोगों की मुश्किलें बढ़ गई है। कोहरे की मार से सैकड़ों ट्रेनें घंटों लेट चल रही हैं। वंदे भारत और शताब्दी जैसी वीआईपी ट्रेनें भी देरी से सेंट्रल पहुंचीं। वहीं कोहरा रोड एक्सीडेंट की वजह भी साबित होने लगा है। मंगलवार की सुबह तो डेंस फॉग से सामना हुआ, जो कि इस सीजन की अब तक की सबसे अधिक खराब स्थिति रही।

ह्रï्यूमिडिटी बढऩे से
ट्यूजडे को मैक्सिमम टेम्प्रेचर 23.8 व मिनिमम टेम्प्रेचर 7.8 डिग्र्री सेल्सियस दर्ज हुआ.सीएसए के वेदर एक्सपर्ट डा। एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि इन दिनों एटमास्फियर में ह्रï्यूमिडिटी अधिक है। मंडे को ह्रï्यूमिडिटी 95 परसेंट थी, जो कि ट्यूजडे को बढक़र 97 परसेंट हो गई। इसी वजह से लोगों को कोहरे का सामना करना पड़ा है। अगले पांच दिनों में आसमान साफ रहेगा, लेकिन सर्दी बढऩे की संभावना है। सुबह कोहरा छाया रह सकता है।


ढाई घंटे लेट आई वंदेभारत
ट्यूजडे की भोर गिरे भयंकर कोहरे ने दिल्ली-हावड़ा रूट की वीआईपी ट्रेनों की चाल भी बिगाड़ कर रख दी। दिल्ली से वाराणसी व दिल्ली से लखनऊ वाया कानपुर चलने वाली वंदेभारत एक्सप्रेस व स्वर्ण शताब्दी एक्सप्रेस अपने निर्धारित समय से लगभग ढाई घंटे लेट से कानपुर सेंट्रल स्टेशन पहुंची। जिसकी वजह से हजारों पैसेंजर्स को विभिन्न परेशानियों का सामना करना पड़ा। वीआईपी ट्रेनों में सफर करने वाले हजारों पैसेंजर्स के अलावा नार्मल ट्रेनों के लाखों पैसेंजर्स को ट्रेनों की लेटलतीफी की वजह से समस्या हुई।

दो से आठ घंटे तक लेट
वंदेभारत एक्सप्रेस से वाराणसी व स्वर्ण शताब्दी से कानपुर से लखनऊ जाने वाले पैसेंजर्स को ट्रेन का इंतजार घंटों करना पड़ा। इसके अलावा राप्ती सागर, पुरुषोत्तम एक्सप्रेस, ब्रह्मपुत्र मेल, त्रिपुरा सुंदरी एक्सप्रेस समेत दिल्ली-हावड़ा रूट की दर्जनों ट्रेनें अपने निर्धारित समय से दो से आठ घंटे तक लेट से कानपुर सेंट्रल स्टेशन पहुंची। रेलवे आफिसर्स के मुताबिक ट्यूजडे को श्रमशक्ति दोपहर 12.30, वंदेभारत एक्सप्रेस 12.52, स्वर्ण शताब्दी एक्सप्रेस सुबह 11 बजे की बजाए दोपहर 1.25 बजे कानपुर सेंट्रल स्टेशन पहुंची।