-रेलबाजार के बंदरिया बाग ने फांसी लगाकर दी जान, सुसाइड नोट बरामद

-पड़ोसी नेशनल प्लेयर द्वारा छेड़खानी व मारपीट के फर्जी मुकदमे से था आहत

KANPUR : रेलबाजार में सोमवार की शाम एक अधेड़ ने फांसी लगाकर जान दे दी। उस पर बेटों समेत बास्केटबॉल की नेशनल प्लेयर से छेड़खानी करने का आरोप था। पुलिस ने बेटों समेत उनको भी गिरफ्तार कर जेल भेजा था। जिससे आहत होकर उसने यह कदम उठाया है। पुलिस को उसके पास से सुसाइड नोट मिला है। जिसमें उसने नेशनल प्लेयर और उसके परिजनों पर फर्जी मुकदमे में फंसाने का आरोप लगाया है। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।

यह है पूरा मामला

रेलबाजार में बंदरिया बाग इलाके में रहने वाले सुमेर सिंह यादव (55) के परिवार किरन, दो बेटे अनिल, सुनील और एक बेटी है। वो करीब डेढ़ महीने पहले परिवार समेत बंदरिया बाग स्थित घर में शिफ्ट हुए थे। इससे पहले वो सनिगवां रहते थे। जहां उनके पड़ोस में रिटायर्ड फौजी रहते हैं। जिनकी बेटी ने सुमेर और उनके बेटों पर छेड़खानी और मारपीट का आरोप लगाया था। वो बास्केटबॉल की नेशनल प्लेयर है। पुलिस ने पहले तो उसकी रिपोर्ट दर्ज करने से मना कर दिया था, लेकिन मामला तूल पकड़ने पर पुलिस ने सुमेर और उनके बेटों को जेल भेज दिया। सुमेर की इससे इतनी बदनामी हुई कि जेल से छूटने के बाद सुमेर परिवार समेत घर छोड़कर रेलबाजार में किराये के मकान में रह रहे थे।

नाली विवाद का बदला!

सुमेर के पास से बरामद सुसाइड नोट में लिखा है कि मैं और मेरे बेटे बेकसूर हैं, लेकिन नेशनल प्लेयर और उसके परिजनों ने रंजिशन फंसा दिया। इलाकाई लोगों के मुताबिक रिटायर्ड फौजी और सुमेर के परिजनों में नाली का विवाद चल रहा था। जिसे लेकर दोनों पक्ष में झगड़ा हुआ था। जिसमें सुमेर के बेटों ने फौजी की बेटी को पीट दिया था। इसी मामले को उन लोगों ने छेड़खानी का विरोध करने पर मारपीट दिखा दिया।