- परीक्षा की शुचिता में आंच आने से रोक नहीं पाएगा विभाग

- विषय ज्ञाता शिक्षकों को परीक्षा ड्यूटी में लगाया

FATEHPUR:

बोर्ड परीक्षा की शुचिता को बनाने के लिए जहां शासन ने तरह तरह के निर्देश बनाए हैं। वहीं शुचिता भंग करने वाले उनके दो हाथ आगे खड़े हैं। इसबार वित्तविहीन ने नई 'चौसर' बिछा दी है, जिसमें विभाग चारों खाने चित्त नजर आ रहा है। ऑनलाइन फीडिंग में खेल करके विषय विशेषज्ञ बदले और विषयों के ज्ञाता शिक्षकों को परीक्षा में लगाया है।

जिले में वित्तविहीन विद्यालयों की संख्या क्79 है। इन विद्यालयों के तमाम लोगों की शख्सियत नकल माफियाओं के रूप में जानी जाती है। संस्थाओं को डिबार भी घोषित किया गया है। इसके बाद भी वह अपने काले कारनामें करने से नहीं चूकते हैं। जानकारों की मानें तो मानदेय दिए जाने की सूचना संज्ञान में आई और शासन के निर्देश पर शिक्षकों का ऑनलाइन डाटा फीड करने का मौका आया। फीडिंग से पहले ही इन्होंने अपना दिमाग दौड़ा दिया। एक तो मानदेय परिवार और रिश्तेदार में ही रहें। दूसरे विद्यालय में नकल के एवज में होने वाली कमाई की याद सताने लगी। तब इन प्रबंधकों ने बड़े ही शातिराना अंदाज से काम को अंजाम दिया। विषय विशेषज्ञ टीचर ही बदल डाले। ऑनलाइन फीडिंग में किया गया काम कमाई का साधन बन गया। दूसरे सेंटरों के आने के बाद नकल के लिए मुंह मांगी रकम ऐंठी जाने लगी। ठेका लेकर मुंह बोल कर नकल कराने का सिलसिला चल पड़ा। जिले में इसकी भनक लगते ही विभाग सक्रिय हो गया है। समय आने पर पता चलेगा कि विभाग किस तरह से इन पर शिकंजा कस पाता है।

जिला विद्यालय निरीक्षक मोहम्मद रफीक ने बताया कि ऐसी जानकारी संज्ञान में आई है। सटीक तथ्य जुटाए जा रहे हैं। जैसे ही तथ्य जुटते हैं। कार्रवाही की जाएगी। उन्होंने मामले को साफ करते हुए कहाकि कार्रवाई परीक्षा के बाद भी होगी। हेराफेरी करने वाले कतई बख्शे नहीं जाएंगे।