जुलाई में किया था किडनैप

बर्रा-7 में रहने वाले ऑर्डिनेंस फैक्ट्री कर्मी राजेश (नेम चेंज्ड) की फैमिली में उनकी पत्नी और दो बेटियां हैं। बड़ी बेटी की शादी हो चुकी है, जबकि छोटी बेटी एलएलबी की स्टूडेंट है। नवंबर 2012 में डिप्टी पड़ाव निवासी केश नारायण दीक्षित से उनकी मुलाकात हुई। केश नारायण ने उन्हें भरोसा दिलाया कि वह तंत्र-मंत्र के जरिए उनकी बेटी की सरकारी नौकरी लगवा देगा। अनुष्ठान करने का झांसा देकर उनके घर पर ही उसने एक रूम ले लिया। वहां पर किसी को भी जाने की इजाजत नहीं थी। नवंबर के अन्तिम सप्ताह में केश नारायण ने उनसे कहा कि आज रात बारह बजे अनुष्ठान पूरा हो जाएगा। उस समय उनकी बेटी को वहां पर रहना पड़ेगा, तभी अनुष्ठान पूरा होगा।

आ गए झांसे में

वह केश नरायण के झांसे में फंस गए और बेटी को उसके साथ भेज दिया। उसने प्रसाद के बहाने किशोरी को नशीला पदार्थ खिलाकर दुष्कर्म किया। इसके बाद फिर वो उसे ब्लैकमेल कर दुष्कर्म करता रहा। फिर उसने जुलाई में किशोरी को बहाने से घर से बुलाकर अगवा कर लिया और उन्नाव जिले के एक गांव में बंधक बना लिया। इधर, परिजनों की तहरीर पर बर्रा पुलिस ने पड़ताल शुरू की और कुछ ही दिनों में सर्विलांस के जरिए केश नारायण को लखनऊ से गिरफ्तार कर लिया। सख्ती से पूछताछ करने पर उसने सारी सच्चाई उगल दी। उसने बताया कि किशोरी को उसने उन्नाव के एक गांव में बंधक बनाकर रखा है। जहां से पुलिस ने उसको रिस्क्यू कर परिजनों के सुपुर्द कर दिया।

दूसरे के घर को बनाता था ठिकाना

मूलरूप से डिप्टी पड़ाव में रहने वाले केश नारायण ने खुद का मकान बेच दिया था। जिसके बाद वह तंत्र-मंत्र का झांसा देकर दूसरों के घर पर अपना ठिकाना बना लेता था। इसके बाद वो जिस घर में रहता था, वहां की महिलाओं को अपने जाल में फंसा लेता था।