-समीक्षा बैठक में कमिश्नर ने स्वास्थ्य अधिकारियों की ली क्लास

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KANPUR: हेल्थ विभाग के सभी कर्मचारियों को स्लीपिंग मोड से निकलकर एक्टिव मोड में आना होगा। चहेतों से कार्य लेने की प्रवृत्ति छोड़नी होगी। विभाग में तैनात डॉक्टर्स व अन्य मेडिकल स्टाफ से मेडिकल ट्रीटमेंट प्राथमिकता पर लिया जाए। रिपोर्टिग का कार्य विभिन्न स्कीमों में तैनात कर्मियों से लिया जाए। हेल्थ विभाग सिर्फ रिपोर्ट कलेक्शन सेंटर बनकर रह गया है। सभी सहयोगी पार्टनर्स जैसे यूएनडीपी, जपाइगो, यूनीसेफ, एचएलएफपीपीटी, पॉपुलेशन सर्विसेज ऑफ इंटरनेशनल, यूपी टीएसयू, आशा, अर्बन हेल्थ मिशन, क्वालिटी इंश्योरेंस के साथ विभाग द्वारा बैठक की जाए। जमीनी स्तर पर क्वालिटी चेक और समीक्षा की जाए। यह निर्देश कमिश्नर सुभाष चंद्र शर्मा ने कैंप ऑफिस में चिकित्सा विभाग के मंडलीय हेल्थ पार्टनर्स फोरम की समीक्षा बैठक में दिए। वहीं कुपोषण के संबंध में समीक्षा के दौरान पाया गया कि आईसीडीएस विभाग की रिपोर्ट के अनुसार कुपोषित बच्चों में 41 परसेंट की कमी आई है। मीटिंग में अपर निदेशक आरपी यादव, सीएमओ, चिकित्सा अधीक्षक के अलावा सहयोगी पार्टनर्स के प्रतिनिधियों भी मौजूद रहे।