कभी मुन्ना बजरंगी गैंग के शूटर्स के सहयोगी के रूप में काम करने वाले गुड्डू ने अपने एक साथी के एनकाउंटर के बाद खुद का सुपारी किलर्स गैंग तैयार कर लिया। एक के बाद कई वारदातें की मगर पुलिस भांप भी नहीं सकी। यहां तक की इसकी गिरफ्तारी भी महज 25 आम्र्स एक्ट में हुई और ये आसानी से सलाखों के बाहर आ गया। कुछ महीने पहले जेल से बाहर आने के बाद जब पुलिस को गुड्डू की गहराई के बारे में पता चला तो वो हाथ मलती रह गयी।

दीपक अग्रहरि का है चेला

छोटे अपराधों के साथ क्राइम वल्र्ड में एंट्री लेने वाले राजकुमार उर्फ गुड्डू ने मुन्ना बजरंगी गैंग के कई शूटर्स के साथ बड़ी वारदातों को अंजाम देना सीखा। राजेश चौधरी, कृपा हरिजन और दिनेश प्रजापति के बाद ये दीपक अग्रहरि के साथ कई बड़ी घटनाओं में शामिल रहा। एसओजी के सूत्र बताते हैं कि दीपक अग्रहरि के एनकाउंटर के दौरान गुड्डू उसके साथ था मगर ये भाग निकला। दीपक की मौत ने गुड्डू को बड़ा झटका दिया था और उसके बाद ये काफी दिनों तक शांत रहा।

फिर बनाया खुद का gang

एसओजी के पास अब पक्की इंफार्मेंशन है कि राजकुमार उर्फ गुड्डू उर्फ मामा ने बाद में बनारस कोतवाली के चर्चित बदमाश रुपेश सेठ, मुगलसराय के मो। आबिद, बनारस के ही रईस बनारसी, राजू मियां और संजय पटेल के साथ एक सुपारी किलर्स का गैंग बना लिया। इन लोगों ने कई ब्लाइंड मर्डर और बड़ी लूट को अंजाम दिया। ये घटनाएं बनारस, मिर्जापुर और चंदौली में हुई। मिर्जापुर में दो ब्लाइंड मर्डर के बाद ही एसओजी की निगाह राजकुमार उर्फ गुड्डू पर पड़ी। उसे असलहे के साथ गिरफ्तार किया गया। हालांकि एसओजी जांच में मर्डर में इसके इन्वॉल्वमेंट को साबित नहीं कर सकी और आम्र्स एक्ट में बंद गुड्डू बाद में आसानी से जमानत पर छूट गया।

गोद में लडक़ा और शहर में ढिंढोरा

सिटी पूर्वांचल के शूटर्स के लिए आरामगाह बन गई है। इन शूटर्स को पकडऩे के लिए कई बार पूर्वांंचल से आई एसटीएफ टीम ने सिटी में डेरा भी डाला लेकिन पकड़ नहीं सकी। वहीं दूसरी ओर शहर के क्रिमिनल्स अब पूर्वांचल में वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। क्रिमिनल्स की इस बदली थ्योरी ने पुलिस ऑफिसर्स का चैन छीन लिया है। डीआईजी ऑफिस के पास दिनदहाड़े हुए क्रिमिनल शानू ओलंगा के मर्डर के बाद अब पुलिस पूर्वांचल के शूटर्स की कुंडली तैयार करने में जुट गई है।

बाहुबली गैंग का शूटर है बनारसी

शानू ओलंगा मर्डर केस में डी-टू गैंग का शार्प शूटर और 50 हजार रुपए का ईनामी मोनू पहाड़ी, रफीक ढपली और पूर्वांचल के बाहुबली माफिया का शूटर रह चुका रईस बनारसी नेम्ड हुआ था। बनारस पुलिस के मुताबिक आई नेक्स्ट में छपी फोटो में ओलंगा की डेड बॉडी के पास पिस्टल के साथ खड़े दो लोगों में से बिना हेलमेट वाला पूर्वांचल का शूटर राजेश उर्फ गुड्डू उर्फ मामा बिंद है। शानू ओलंगा मर्डर केस की आई नेक्स्ट ने पड़ताल करके सब जानकारियां जुटाईं है और लापरवाह पुलिस को यह भी बताया कि वो क्रिमिनल्स कौन हैं।

और कराया गैंगवार

पुलिस सूत्र बताते है कि एक ड्रग माफिया ने पूर्वांचल के शूटर्स को सुपारी देकर सिटी में गैंगवार कराया था। इसके बाद यह भी पता चला कि पूर्वांचल के शूटर्स सिटी में भाड़े पर हत्या, अपहरण, लूट समेत संगीन वारदातों को अंजाम देकर आराम से निकल जाते हैं और पुलिस हाथ मलती रह जाती है. 

कई बार बदनाम हुई खाकी

सिटी में क्रिमिनल्स को शेल्टर देने वालों की लिस्ट में पुलिसकर्मियों के नाम भी शामिल हैं। सूत्रों ने बताया कि मोनू पहाड़ी और पूर्वांचल के शूटर्स को शेल्टर देने के मामले में एक बार उन्नाव और सिटी पुलिस की आपस में ठन भी चुकी है।

i nextlive.com का कमाल

कई शहरों के सीनियर पुलिस ऑफिसर्स ने कई दिनों तक लगातार आई नेक्स्ट लाइव पर लगी शानू ओलंगा मर्डर से जुड़ी फोटो ग्रॉफ्स देखना शुरू कर दिया। यही नहीं ऑफिसर्स ने उन फोटो से अपने जिले के बदमाशों की फोटो भी मिलानी शुरू कर दीं। पुलिस ऑफिसर्स का कहना है कि ये आई नेक्स्ट लाइव का ही कमाल है जो आरोपी को पहचाना जा सका।