-स्टूडेंट्स की डॉक्टर से हुई तीखी झड़प, हेल्थ सेंटर के बाहर छात्रों का जमावड़ा

-ईयर 2011 में पीएचडी करने कैंपस आया था मेरिटोरियस स्टूडेंट

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KANPUR : आईआईटी में राइट साइड सोल्डर पेन से परेशान पीएचडी स्कॉलर की पेन किलर इंजेक्शन लगने के बाद अचानक हालत बिगड़ गई। उसे कार्डियोलॉजी के लिए रेफर किया गया, लेकिन रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया। इस घटना से नाराज स्टूडेंट्स का आरोप है कि गलत तरीके से इंजेक्शन लगाने की वजह से साथी छात्र की मौत हुई है। इसको लेकर स्टूडेंट्स व फैकल्टी के साथ हेल्थ सेंटर डॉक्टर के बीच छात्रों की तीखी झड़प भी हुई। वहीं फैकल्टी मेंबर्स गुस्साए स्टूडेंट्स को समझाने की हर संभव कोशिश करते रहे, वहीं छात्र साथी की मौत की वजह जानने के लिए भी प्रयास करते रहे।

दिसंबर में पीएचडी पूरी होनी थी

गाजीपुर के रहने वाले मेरिटोरियस आलोक पांडेय ने ईयर 2011 में आईआईटी में पीएचडी के लिए रजिस्ट्रेशन कराया था। मेरिटोरियस की पीएचडी गाइड मैटीरियल साइंस एण्ड इंजीनियरिंग के प्रो। डॉ। कमल कृष्णकर के अंडर में चल रही थी। दिसंबर 2016 में उसकी पीएचडी कम्प्लीट होने वाली थी। घटना के बारे में जानकारी परिजनों को दे दी गई है, जिससे असमय मौत से उसके घर में कोहराम मच गया।

पेन किलर लगने बाद हालत बिगड़ी

पीएचडी स्कॉलर आलोक पांडेय हॉल-4 के हॉस्टल में रहते थे। इंस्टीट्यूट सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सोमवार की दोपहर करीब ढाई बजे आलोक पांडेय के दाहिने कंधे के पास जबरदस्त पेन हो रहा था। वह साथियों के साथ हेल्थ सेंटर पहुंचा, जहां पर पेन की जानकारी सेंटर में मौजूद डॉ। शैलेन्द्र को दी। डॉक्टर ने पेन से निजात दिलाने के लिए आलोक को पेन किलर वोवरान इंजेक्शन लगा दिया। इंजेक्शन लगने के दस मिनट में ही छात्र की हालत बिगड़ने लगी।

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15 मिनट पहले आते तो जान बच जाती

इंजेक्शन लगने के बाद छात्र आलोक की बॉडी ऐंठने लगी। जिस पर हेल्थ सेंटर के चिकित्सक ने तत्काल उसका बीपी चेक किया और ईसीजी किया। इसी बीच छात्र बेहोश हो गया। छात्र को तुरंत कार्डियोलॉजी भेजा गया, जहां पर डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया। डॉक्टर्स का कहना था कि अगर 15 मिनट पहले आ जात तो शायद जान बच जाती। जैसे ही इस घटना की जानकारी साथी छात्रों को हुई तो वह हेल्थ सेंटर पहुंचने लगे। सेंटर पर डिप्टी डायरेक्टर प्रो। अजीत चुतर्वेदी, प्रो। एआर हरीश ने स्टूडेंट्स को समझाने का प्रयास किया।

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'छात्र की मौत दुर्भाग्यपूर्ण है। डॉक्टर्स से जो जानकारी मिली है, उसके अनुसार दिल का दौरा पड़ने से उसकी मौत हुई है। इलाज के लिए उसे सिटी हॉस्पिटल ले जाया जा रहा था, लेकिन रास्ते में उसकी मौत हो गई.'

-प्रो। सुधीर मिश्रा, रजिस्ट्रार, आईआईटी।