कानपुर(ब्यूरो)। कन्नौज, फर्रुखाबाद रूट पर जाने वाले यात्रियों के लिए रावतपुर बेहद अहम रेलवे स्टेशन है। पांच हजार से ज्यादा पैसेंजर्स का यहां डेली आना जाना है। इसके बाद भी यहां सुविधाओं के नाम पर कुछ नहीं है। स्टेशन के एंट्री गेट पर ही दुकानदारों ने अवैध कब्जा कर रखा है। जब पैसेंजर्स के आने और जाने के लिए यही एक मात्र गेट है। अंदर पहुंचते ही चारो तरफ गंदगी से सामना होता है। वहीं टॉयलेट और पानी के पानी की समस्या यहां सालों से बनी हुई है। इसका मुख्य कारण यह है कि रावतपुर स्टेशन इज्जतनगर मंडल के अधीन आता है। लिहाजा यहां पर रेलवे अधिकारियों को आना-जाना कम ही होता है।

ट्रैक को ही बना दिया टॉयलेट
रावतपुर स्टेशन परिसर की बात करे तो प्लेटफार्म में गंदगी होने के साथ ही टॉयलेट में काफी गंदगी होती है। नियमित सफाई न होने की वजह से दूर तक बदबू आती है। हालात यह है कि टॉयलेट से बाहर से गुजरने में भी पैसेंजर्स को नाक में रुमाल रखनी पड़ती है। ऐसी कंडीशन में महिला पैसेंजर्स को टॉयलेट यूज करने में काफी परेशानी होती है। वहीं पुरुष पैसेंजर्स ने रेलवे ट्रैक को ही टॉयलेट बना लिया है।

हैंडपंप से पैसेंजर बुझाते प्यास
रावतपुर स्टेशन में कहने को मात्र एक वॉटर कूलर लगा है। जबकि यहां पर डेली पांच हजार से अधिक पैसेंजर्स का आवागमन है। पेयजल की उचित व्यवस्था न होने की वजह से पैसेंजर्स प्लेटफार्म एक पर अनवरगंज एंड में लगे हैंडपंप से ही अपनी प्यास बुझाते हैं। वहीं स्लीपर व एसी कोच में सफर करने वाले पैसेंजर्स को अपनी प्यास बुझाने के लिए जेब ढीली करनी पड़ती है। यह समस्या यहां पर सालों से है।

रेलवे ट्रैक बना आम रास्ता
रावतपुर स्टेशन के एंट्री व एग्जिट प्वाइंट एक ही है। जिसमें भी फुटपाथ पर अतिक्रमण है। इसकी वजह से पैसेंजर्स ने रावतपुर से गुटैया क्रासिंग जाने के लिए जीटी रोड का सहारा लेने के बजाए रेलवे ट्रैक को ही आम रास्ता बना लिया है। यहां पर कई बार दुर्घटना में लोगों की जान भी जा चुकी है। इसके बावजूद इस समस्या पर अंकुश लगाने के लिए आरपीएफ या जीआरपी सिपाहियों को तैनात नहीं किया गया है।

पूरे प्लेटफार्म पर टीन शेड तक नहीं
अनवरगंज-फर्रुखाबाद रूट पर वाया रावतपुर डेली एक दर्जन से अधिक पैसेंजर ट्रेनों का संचालन होता है। जिसमें से डेली 6 से 7 ट्रेनों का स्टॉपेज भी रावतपुर स्टेशन में होता है। स्टेशन के प्लेटफार्म एक पर कुछ मीटर में ही छत पर टिनशेड लगा हुआ है। बाकी एरिया ओपन है। जिसकी वजह से बरसात व गर्मी में पैसेंजर्स को काफी परेशानी होती है।

ये सुविधाएं होनी चाहिए
- प्लेटफार्म एक को पूरा टिनशेड से कवर करने की दरकार
- पेयजल के लिए वॉटर कूलर की संख्या बढ़ाई जाए
- महिला व पुरुष टॉयलेट की संख्या बढ़े और नियमित सफाई हो
- ट्रैक को आम रास्ता बनाकर चलने वाले पैसेंजर्स को रोकने के लिए स्टाफ
- स्टेशन के एंट्री व एग्जिट प्वाइंट पर अतिक्रमण हटाया जाए
- टिकट वेंडिंग मशीन की संख्या बढ़ाई जाए

आंकड़े-
5 हजार के लगभग डेली पैसेंजर्स का आवागमन
6 से अधिक पैसेंजर ट्रेनों का स्टॉपेज है डेली
12 से अधिक पैसेंजर ट्रेनों का डेली आवागमन
1 वाटर कूलर नाम मात्र के लिए लगा हुआ है
10 सालों से सुविधाओं में नहीं हुआ कोई इजाफा

अनवरगंज से मंधना के बीच एलीवेटेड ट्रैक प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है। जिसके फाइनल होने का वेट किया जा रहा है। निर्णय आने के बाद ही रावतपुर स्टेशन के डेवलपमेंट को लेकर प्लानिंग तैयार की जाएगी।
राजेंद्र कुमार, पीआरओ, इज्जतनगर डिवीजन