एक्सक्लूसिव

-लखनऊ और नोएडा में बने क्रिकेट स्टेडियम्स ने बढ़ाई चिंता

-लखनऊ स्टेडियम में इस साल एक आईपीएल मैच की तैयारी

rajeev.tripathi@inext.co.in

यूपी में क्रिकेट का दिल कहे जाने वाले कानपुर से इंटरनेशनल क्रिकेट मैच और आईपीएल के शिफ्ट होने की संभावना है। इसके साथ ही डॉमेस्टिक मैचों की संख्या में भी कटौती हो सकती है। ऐसी आशंका इसलिए है, क्योंकि नोएडा के शहीद विजय सिंह पथिक स्पो‌र्ट्स कांप्लेक्स को हाल ही में आईसीसी ने टेस्ट सेंटर का दर्जा दे दिया है, जबकि लखनऊ में निर्माणाधीन क्रिकेट स्टेडियम भी लगभग बनकर तैयार है। उम्मीद की जा रही है कि इस साल होने वाले आईपीएल मैचों में से कुछ मैच कानपुर की बजाए लखनऊ शिफ्ट किए जा सकते हैं।

ग्रीनपार्क से बेहतर स्टेडियम

स्पो‌र्ट्स डायरेक्ट आरपी सिंह ने भी बुधवार को इसकी पुष्टि की। उन्होंने कहा, 'लखनऊ का क्रिकेट स्टेडियम लगभग बनकर तैयार है। बस थोड़ा सा इंटीरियर का काम बाकी है.' यही नहीं बीसीसीआई के मानकों के मुताबिक वहां फ्लड लाइट्स भी लगाई जा चुकी हैं, जबकि दर्शकों के बैठने की क्षमता भी ग्रीनपार्क से कहीं ज्यादा है। आरपी सिंह के मुताबिक, 'फ्लड लाइट्स का काम पूरा हो चुका है और दर्शकों के बैठने की क्षमता 50 हजार के करीब रखी गई है। हम आईपीएल और इंटरनेशनल दोनों ही मैच कराना चाहते हैं। फिलहाल हमारी प्राथमिकता इस साल कम से कम एक आईपीएल मैच कराने की है.'

सुविधाएं भी ज्यादा

कानपुर में इंटरनेशनल मैचों की मेजबानी में पहले भी कई अड़ंगे लगते रहे हैं। कभी कानपुर में स्टैंडर्ड एयरपोर्ट की कमी का तो कभी फाइव स्टार होटल और अन्य इंफ्रास्ट्रक्चर व फैसिलिटीज के नहीं होने का हवाला दिया जाता है। वहीं दूसरी तरफ, लखनऊ में ये सभी फैसिलिटीज मिल सकती हैं। वहां न तो फाइव स्टार होटल की कमी है और न ही एयरपोर्ट की। कानपुर के मैचों के लिए भी टीमों को लखनऊ के ही एयरपोर्ट पर उतारा जाता रहा है। ऐसे में कयास लगाया जा रहा है कि लखनऊ का स्टेडियम बनने के बाद आईपीएल समेत कुछ इंटरनेशनल मैच कानपुर की बजाए वहां कराए जा सकते हैं।

यूपीसीए को मिली है जिम्मेदारी

गौरतलब है कि लखनऊ के स्टेडियम का जिम्मा भी यूपीसीए के ही पास है। राज्य सरकार और यूपीसीए के बीच हुए एमओयू में ग्रीनपार्क को लीज पर देने के अलावा लखनऊ स्टेडियम के मेंटीनेंस का काम भी यूपीसीए को सौंपा गया था। एमओयू में ही ये शर्त भी रखी गई थी कि जब यह स्टेडियम बनकर तैयार हो जाएगा तो इसे इंटरनेशनल मैचों की मान्यता दिलाने के साथ-साथ घरेलू और इंटरनेशनल मैचों का आयोजन दिलाने की जिम्मेदारी भी यूपीसीए की ही होगी। मौजूदा समय में भी यूपीसीए ने अपने डायरेक्टर पीडी पाठक को लखनऊ स्टेडियम की जिम्मेदारी दे रखी है। यही नहीं, हाल ही में आईपीएल कमिश्नर राजीव शुक्ला ने भी लखनऊ स्टेडियम का दौरा करके वहां के हालातों का जायजा लिया था।

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यहां कमजोर है कानपुर

-फाइव स्टार होटल की कमी

-रेगुलर एयरपोर्ट का ना होना

-स्टेडियम में जिम, स्विमिंग पूल की कमी

-मानकों के मुताबिक ड्रेसिंग रूम नहीं

-दर्शक क्षमता महज 26 हजार

-फ्लड लाइट्स मानकों पर खरी नहीं

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इसलिए लखनऊ का पलड़ा भारी

-एक नहीं कई फाइव स्टार होटल

-घरेलू उड़ानों के लिए अमौसी एयरपोर्ट

-स्टेडियम में जिम, सॉना और पूल की सुविधा

-इंटरनेशनल स्टैंडर्ड का ड्रेसिंग रूम

-दर्शक क्षमता 50 हजार से अधिक

-फ्लड लाइट्स बीसीसीआई मानकों की

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कोट कोट

लखनऊ का क्रिकेट स्टेडियम लगभग बनकर तैयार है। बस थोड़ा सा इंटीरियर का काम बाकी है। हमारी प्राथमिकता इस साल कम से कम एक आईपीएल मैच कराने की है।

-आरपी सिंह, डायरेक्टर स्पो‌र्ट्स