- ट्रेनों के लोड, ट्रैक से छेड़छाड़ और रेल ट्रैक की जर्जर हालत बनी शहर के आस पास रेल हादसों की मुख्य वजह

- देश के व्यस्ततम रेल रूट पर ही रेलवे की हालत खराब, बदनामी कानपुर की

- लखनऊ रूट पर ट्रैक की जर्जर हालत पर पहले भी उठ चुके सवाल, एक साल में ट्रैक चटकने की भी घटनाएं हुई

KANPUR:

एक के बाद एक रेल हादसों और ट्रैक से छेड़छाड़ के मामले सामने आने के बाद कानपुर रेलवे का 'रेड' जोन बन गया है। इसकी वजह न सिर्फ ट्रेनों का लोड व ट्रैक की जर्जर हालत है बल्कि अपराधियों की हिट लिस्ट में भी इसका शुमार होना है। आईबी भी पिछले साल इस रूट पर आतंकी हमले को लेकर अलर्ट कर चुका है। इसके बाद भी रेलवे क्या कर रहा है, ये अब सवालों के घेरे में है। बुधवार को ही शहर में एक कार्यक्रम में आए रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने रेल हादसों पर चुप्पी साध ली थी। ऐसे में पैसेंजर्स की सुरक्षा का सवाल और गहरा जाता है।

आई नेक्स्ट ने लगातार किया अलर्ट

कानपुर के आसपास रेल ट्रैकों की जर्जर हालत को लेकर आई नेक्स्ट लगातार अलर्ट करता आया है। पिछले साल 22 अगस्त को कानपुर- दिल्ली, कानपुर-लखनऊ और कानपुर- झांसी रूट के रियेलिटी चेक में इसकी हकीकत भी आई नेक्स्ट ने बयां की थी। जबकि रेलवे की ही एक रिपोर्ट में यहां के ट्रैक को ओके बताया गया था। कानपुर-लखनऊ रूट पर भी ट्रैक की जर्जर हालत को लेकर आई नेक्स्ट चेता चुका है। एक रूट में पिछले नंवबर और दिसंबर महीने में ही टै्रक चटकने की कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं।

इन्हीं पटरियों पर दौड़ेगी 'प्रभ्ाु' की रेल

रेलमंत्री की महत्वाकांक्षी तेजस एक्सप्रेस को भी जल्द ही लखनऊ से दिल्ली के बीच वाया कानपुर इसी रूट पर दौड़ाया जाएगा, जहां ये हादसे हो रहे हैं। इसके अलावा रेलमंत्री सुरेश प्रभु कानपुर-दिल्ली ट्रैक पर पहले ही सेमी हाईस्पीड ट्रेन चलाने की घोषणा कर चुके हैं। लेकिन घोषणाओं के विपरीत इन पटरियों की हकीकत रेलवे के साथ आम पैसेंजर्स को भी डरा रही है।

हादसों की वजह साजिश या लापरवाही

20 नवंबर - पुखरायां स्टेशन के पास इंदौर-पटना एक्सप्रेस पलटी, 150 मरे

28 दिसंबर - रूरा स्टेशन पर अजमेर- सियालदाह एक्सप्रेस पलटी, 65 घायल

31 दिसंबर- मंधना- नारामऊ के पास ट्रैक काटने की कोशिश, रेलवे ने सीबीआई जांच की सिफारिश की

मई 2015- फतेहपुर के पास मुरी एक्सप्रेस टूटी पटरी की वजह से हादसे का शिकार, 2 मरे

- फफूंद के पास स्वर्ण शताब्दी एक्सप्रेस गुजरने से ठीक पहले सिग्नल की केबल काटी गई

- औरेया के पास ट्रैक पर जंक्शन बॉक्स रख कर ट्रेन पलटाने की कोशिश

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