सुबह 10 बजे पहुंचे कानपुर

सुबह 10 बजे अरबाज नौ क्रूज मेम्बर्स के साथ सिटी आ गए। बता दें कि शूटिंग के सिलसिले में वो पिछले दो दिनों से लखनऊ में ठहरे हुए थे और फ्राइडे को सुबह आठ बजे कानपुर के लिए रवाना हुए। उनके साथ दबंग टू के सिनेमेटोग्राफर अजीम मिश्रा, आर्ट डायरेक्टर शशांक तेरे, को प्रोड्यूसर मनोज चतुर्वेदी भी थे।

सिटी में शूटिंग

अरबाज ने दबंग-2 की शूटिंग के लिए सिटी मे करीब एक दर्जन से ज्यादा लोकेशन देखीं, जिसमें उन्हें कई लोकेशंस बेहद पसंद आईं। इन लोकेशंस को उन्होंने फाइनल लिस्ट में शुमार कर लिया है। उन्होंने क्रूज मेम्बर्स से डिस्कस करने के बाद जल्द ही सिटी में शूटिंग स्टार्ट करने का डिसीजन लिया। सितम्बर के सेंकेंड वीक में शूटिंग की डेट्स लगभग फाइनल है।

सेंटमैरी स्कूल आया पसंद

मूवी में एक स्कूल का सीन शूट करने के इरादे से उन्होंने जयपुरिया, सेंटमैरी और डीपीएस आजाद नगर स्कूल को देखा। सबसे पहले वो सेंट मैरी स्कूल पहुंचे। इसके बाद उन्होंने जयपुरिया और डीपीएस आजाद नगर में विजिट किया। सीन के हिसाब से उन्हें सेंटमैरी स्कूल बहुत पसंद आया। उन्होंने सेंट मैरी को फाइनल लिस्ट में रखा है।

सिटी का टॉप व्यू लेंगे

मूवी को सिटी का फील देने के लिए उन्होंने सिटी का टॉप व्यू लेने का मन बनाया है। इसके लिए लैैंडमार्क होटल, कृष्णा टॉवर, बिरहाना रोड और हर्ष नगर में कई बिल्डिंग्स से सिटी का नजारा लिया। इसमें उन्हें कृष्णा टॉवर और बिरहाना रोड की लोकेशन को फाइनल लिस्ट में रखा है। वो सिटी के ट्रैफिक और पुराने एरियाज को दिखाना चाहते हैं। इस वजह से उन्होंने दो लोकेशंस को फाइनल लिस्ट में रखा है।

गंगा बैराज में होगा मर्डर!

अरबाज का काफिला जैसी ही गंगा बैराज पहुंचा। उनका चेहरा खिल उठा। कार से उतरते ही उन्होंने कहा, वाओ वॉट का ग्रेट सीन। इट्स टू गुड इसके बाद उन्होंने सिनेमेटोग्राफर अजीम मिश्रा से सीन डिस्कस किया और गंगा बैराज को फाइनल लिस्ट में सबसे उपर रखा है। यहां वो मर्डर सिक्वेंस की शूटिंग करेंगे।

घंटाघर भी लिस्ट में

लोकेशन की लिस्ट में घंटाघर को भी शामिल किया गया है। अरबाज ने घंटाघर के कई एरियाज को देखा। यहां का ट्रैफिक देखकर पहले तो वो थोड़ा सोच में पड़ गए। पर लोकेशन उन्हें इतनी पसंद थी कि वो इसे मिस नहीं करना चाहते थे। इसलिए कुछ देर सोचने के बाद उन्होंने इसे फाइनल लिस्ट में शामिल कर लिया। फिल्म की लाइव सूटिंग इसी जगह करने का प्लान अरबाज ने बनाया है।

ये है असली कानपुर

कोई भी सेलेब्रिटी सिटी आए और यहां के ट्रैफिक के बारे में कुछ न कहे। ऐसा हो ही नहीं सकता। लोकेशन विजिट के दौरान अरबाज कई बार ट्रैफिक में फंसे। गंगा बैराज से हर्ष नगर की ओर जाते समय वो आर्य नगर  चौराहे के पास जाम में फंस गए। एसजीएम प्लाजा के बाहर रोड पर लगी गाडिय़ों की लंबी लाइन के कारण उनकी गाड़ी जाम में फस गई। पर कुछ ही पल ही जाम हट गया। ऐसा ही कुछ अशोक नगर में विकास डायग्नोस्टिक सेंटर के बाहर भी हुआ। यहां एक गाड़ी के खराब होने जाने के कारण जाम लग गया। करीब 10 मिनट बाद जाम हटा। तब जाकर उनकी गाड़ी निकल सकी।

अरे ये तो अरबाज खान हैं.

कानपुराइट्स को अरबाज खान के आने की बिल्कुल भी भनक नहीं थी। वो चुपचाप शहर घूमना चाहते थे। पर सेलेब्रिटी सिटी आए और कानपुराइट्स को पता ही न चले ऐसा हो सकता है भला। जैसे ही वो गंगा बैराज पहुंचे लोग उन्हें पहचान गए। जो भी उन्हें देखता सबसे पहले एक ही बात कहता। अरे ये तो अरबाज खान है। इसके बाद कानपुराइट्स ने उन्हें अपने कैमरे में कैद करना शुरू कर दिया। उनके फैन गाड़ी के साथ चलते हुए फोटो खींच रहे थे।

भइया तुम असली अरबाज खान हो?

अरबाज के साथ हुए एक इंसीडेंस ने सभी को चौंका दिया। अरबाज की विजिट की जानकारी न होने के कारण लोगों को उन्हें पहचानने में देर लग रही थी। अरबाज कृष्णा टॉवर की नौंवी मंजिल स्थित आई नेक्स्ट ऑफिस पहुंचे। फिल्म के एक सीन में सिटी का टॉप व्यू दिखाया जाना है (जो शायद फिल्म का क्लाइमेक्स सीन भी हो)। इसलिए अरबाज कृष्णा टॉवर की छत पर भी गए। इससे पहले छत के गेट पर ताला बंद था। लिहाजा, अरबाज आई नेक्स्ट ऑफिस के बाहर पड़ी चेयर पर बैठ गए। उन्हें चेयर पर बैठा देख वहां से गुजर रही एक लेडी सरप्राइज्ड रह गईं। वो उनकेपास आईं और पूछा कि आप असली वाले अरबाज खान हैैं? यह सुनकर पहले अरबाज हंस पड़े। फिर बोले कि हां मैं ही असली अरबाज खान हूं।

अर्जुन को सिखाया यूपी का अंदाज

अरबाज की विजिट के दौरान कई साइड एक्टर्स भी उनके साथ रहे। अरबाज की कार ड्राइव कर रहे अवनीश यादव ने इशकजादे मूवी में साइड रो प्ले किया है। उसने बताया कि उन्होंने ही अर्जुन कपूर को यूपी के लडक़े की बॉडी लैंग्वेज सीखने मे हेल्प की। इसके अलावा अजब प्रेम की गजब कहानी और गैंग्स ऑफ वासेपुर में रोल प्ले कर चुके रति शंकर त्रिपाठी और प्रवीन अरोरा भी साथ में रहे।