- सेंट्रल स्टोर पर्चेज कमेटी लख्रनऊ की मुहर लगने को भेजी गई फाइल

-एस्टीमेट से ज्यादा रेट के कारण पिछले साल से लटका था प्रोजेक्ट

- सबसे ज्यादा बिजली चोरी वाले इलाकों में 100 करोड़ से अंडरग्राउंड केबल बिछाकर होगी पावर सप्लाई

KANPUR: सबसे ज्यादा बिजली चोरी वाले मोहल्लों में 100 करोड़ से अंडरग्राउंड केबल बिछाकर पावर सप्लाई किए जाने का रास्ता साफ हो गया है। करीब छह महीने बाद केस्को टेंडर प्रॉसेस कम्प्लीट कर सका। 25 करोड़ से अधिक का प्रोजेक्ट होने की वजह से अब केवल सेंट्रल स्टोर परचेज कमेटी की मुहर लगना बाकी रह गया है। इसके लिए फाइल लखनऊ भेज दी गई है। यूपीपीसीएल, एनर्जी टास्क फोर्स से पहले ही इन प्रोजेक्ट्स के एस्टीमेट्स को हरी झंडी मिल चुकी है

30 परसेंट से ज्यादा बिजली बेकार

केस्को की 30 परसेंट से अधिक बिजली तो लाइन लॉस, बिजली चोरी व कामर्शियल लॉस में बेकार चली जाती है। बिजली चोरों के खिलाफ अभियान चलाने, खराब इलेक्ट्रिसिटी मीटर बदलने और बाहर लगाने आदि कवायद के बावजूद भी एग्रीगेट टेक्निकल एंड कामर्शियल लॉस में कुछ खास फर्क नहीं पड़ा। सबसे ज्यादा लॉस अभी भी केस्को को बिजली घर परेड, कोपरगंज आलू मंडी, दहेली सुजानपुर, किदवई नगर, हैरिसगंज आदि डिवीजनों में हो रहा है। इन डिवीजनों के कुछ मोहल्लों में तो डायरेक्ट कटिया डालकर बिजली चोरी की जा रही है। पर अति संवेदनशील एरिया होने के कारण केस्को, पुलिस व प्रशासन के साथ मिलकर भी इन मोहल्लों में अभियान नहीं चला सका है। यही वजह है कि इन डिवीजन में एटीसी लॉस 40 परसेंट से ज्यादा बना हुआ है। इस समस्या के हल के लिए पिछले वर्ष केस्को अफसरों ने सबसे ज्यादा बिजली चोरी वाले सबस्टेशनों के मोहल्लों में ओवरहेड लाइन हटाकर अंडरग्राउंड केबल के जरिए पावर सप्लाई का डिसीजन किया। जिससे कटियाबाजों को बिजली चोरी का मौका ही न मिल सके। सबसे पहले बिजली चोरी में नम्बर वन गिने जाने वाले साइकिल मार्केट व मालरोड सबस्टेशन को चुना गया। इसके बाद किदवई नगर डिवीजन बाबूपुरवा व एच ब्लाक सबस्टेशन के बिजली चोरी व लाइन लॉस वाले फीडर को चुना गया। इन प्रोजेक्ट्स के 117 करोड़ के एस्टीमेट को उ.प्र.पावर कार्पोरेशन लिमिटेड और स्टेट एनर्जी टास्क फोर्स भी हरी झंडी मिल चुकी है। केस्को ने टेंडर किया, लेकिन अतिसंवेदनशील एरिया होने की वजह से एस्टीमेट से 30 परसेंट ज्यादा धनराशि मांगी। जिसकी वजह से टेंडर प्रॉसेज कम्प्लीट नहीं हो सका। यही हाल रीटेंडर में हुआ। इसके चलते दहेली सुजानपुर, हैरिसगंज, कोपरगंज आलूमंडी डिवीजन में अंडरग्राउंड केबल से पॉवर सप्लाई के प्रोजेक्ट भी लटक गए। आखिर में अब केस्को को टेंडर प्रॉसेस कम्प्लीट में सफलता मिल गई है। 117 करोड़ की जगह 100 करोड़ में कांट्रैक्टर कम्पनी काम करने को तैयार हो गई है। एस्टीमेट से कम के टेंडर पड़ने से केस्को की टेंडर कमेटी ने सबसे कम रेट वाली कम्पनी को हरी झंडी दे दी है। हालांकि 25 करोड़ से अधिक का टेंडर होने की वजह से फाइनल मुहर सेंट्रल स्टोर पर्चेज कमेटी की भी लगेगी। केस्को अफसरों लखनऊ स्थित कमेटी को फाइल भेज दी है।

अंडरग्राउंड केबल से सप्लाई के टेंडर फाइनल

डिवीजन- सबस्टेशन

बिजलीघर परेड- साइकिल मार्केट लालइमली,मालरोड

किदवई नगर- बाबूपुरवा व एच ब्लाक के फीडर

प्रोजेक्ट कास्ट- 100 करोड़

बन रहा एस्टीमेट

आलूमंडी- आलूमंडी कोपरगंज,चीना पार्क

अफीमकोठी

हैरिसगंज- फेथफुलगंज, मीरपुर कैंट फीडर

दहेली सुजानपुर- दहेली सुजानपुर

डिवीजन- एटीसी लॉस

बिजलीघर परेड- 54.71 परसेंट

कोपरगंज आलूमंडी- 54.48 परसेंट

हैरिसगंज- 41.12 परसेंट

किदवई नगर- 45.40 परसेंट

दहेली सुजानपुर- 46.26 परसेंट

(एटीसी लॉस अप टू जून,2015)

ये होंगे

-बिजलीचोरी, लाइनलॉस में कमी से ओवरलोडिंग की समस्या हल होगी

-फॉल्ट, ब्रेकडाउन होंगे कम

-ट्रांसफॉर्मर डैमेज होने की रफ्तार पर लगेगा अंकुश