चार्जर्स के लिए यह मैच प्ले आफ के लिहाज से एक फार्मेलिट भर है लेकिन अगर उसने अपना दम दिखाया तो पंजाब की नैया डूब सकती है और वह प्ले आफ की दौड़ से बाहर हो सकती है। चार्जर्स ने 13 मैच में सिर्फ दो जीत दर्ज की है और वह नौवें और लास्ट प्लेस पर है.  वहीं दूसरी तरफ 2008 में सेमीफाइनल में पहुंचने में सफल रही पंजाब की टीम 12 मैचों में 12 अंक के साथ सेवेंथ प्लेस पर है।

टॉप पर चल रहे दिल्ली डेयरडेविल्स और कोलकाता नाइट राइडर्स ने प्ले आफ में जगह लगभग कंफर्म कर ली है। ऐसे में बाकी बची पांच टीमों रायल चैलेंजर्स बेंगलूर, मुंबई इंडियन्स, चेन्नई सुपरकिंग्स, राजस्थान रायल्स और पंजाब के बीच जंग तेज हो गई है।

पंजाब की राह हालांकि आसान नहीं होगी क्योंकि उसने अब तक दिल्ली डेयरडेविल्स का सामना नहीं किया है और उसे दो बार इस टॉपर टीम से भिडऩा है। टीम को इसके अलावा एक बार चेन्नई सुपरकिंग्स का सामना करना है। एक्टिंग कैप्टन डेविड हसी के अंडर में किंग्स इलेवन के सामने टफ कांपटीशन है। टीम, चार्जर्स को उसी के ग्राउंड पर कुछ दिन पहले 25 रन से हरा चुकी है जिससे उसका मोरल हाई होगा लेकिन कप्तान की चिंता होम ग्राउंड पर टीम का खराब रिकार्ड होगा।

ओपनिंग बैटसमैन मनदीप सिंह टीम की ओर से अच्छा परफार्म  कर रहे हैं और अब तक 359 रन जोड़ चुके हैं। आस्ट्रेलिया के शान मार्श, पूर्व पाकिस्तानी आलराउंडर अजहर महमूद और दक्षिण अफ्रीका के युवा डेविड मिलर दिखा चुके हैं कि पंजाब टीम की बैटिंग में में डेप्थ है। बोलिंग डिपार्टमेंट में प्रवीण कुमार, परविंदर अवाना और महमूद के अलावा लेग स्पिनर पीयूष चावला ने ठीक परफार्म  किया है। पंजाब की टीम में भी टूर्नामेंट आगे बढऩे के साथ सुधार हुआ है।

दूसरी तरफ संगकारा की टीम अपनी प्रेस्टिज  के लिए खेल रही है और कुछ मैच जीतकर अपनी रेस्पेक्ट बचाने की कोशिश करेगी। संगकारा के लिए मोहाली का ग्राउंड फ्रेंडली है क्योंकि वह एक सीजन में किंग्स इलेवन की कैप्टेंसी कर चुके हैं। श्रीलंका के इस प्लेयर को सीजन को पॉजिटिवली एंड करने की उम्मीद होगी।