एक्सक्लूसिव

- डीएम के पास पहुंचीं सवर्णों द्वारा धोखे से दलितों की जमीन खरीदने की शिकायतें

- सर्वे कराकर चिन्हित की जा रहीं ऐसी जमीनें, राज्य सरकार के नाम हो जाएगी

-बिना डीएम की परमीशन के दलित की जमीन खरीदना बेचना है गैरकानूनी

KANPUR : जिले में बड़े पैमाने पर दलितों की जमीन औने-पौने दाम में खरीदने का खेल चल रहा है। डीएम के पास इस तरह की कई शिकायतें पहुंची हैं। जिसके बाद डीएम ने सर्वे कर ऐसी जमीनों की रिपोर्ट तैयार कर उन्हें जब्त करने का आदेश दिया है। रजिस्ट्री ऑफिस में भी रिकॉर्ड खंगाले जा रहे हैं। ये जमीन राज्य सरकार के नाम दर्ज हो जाएगी।

जीविका के लिए पट्टे पर

नियम के मुताबिक बिना जिलाधिकारी की परमीशन लिए किसी भी दलित की भूमि लेना प्रतिबंधित है। इसके बावजूद डीएम के पास ऐसी शिकायतें आईं हैं। जिसमें सवर्णो ने दलित की भूमि औने पौने दाम देकर खरीद ली। इनमें से कुछ जमीने ऐसी भी हैं जिन्हें दलितों को जीवन यापन करने के लिए पट्टे पर दिया गया है। यदि कोई दलित जमीन बेचना चाहता है तो डीएम से परमीशन लेनी होगी। उसे कारण स्पष्ट करना होगा कि किन हालात में वह जमीन बेच रहा है। संतुष्ट होने पर ही परमीशन दी जाती है।

रजिस्ट्री ऑफिस में भी जांच

इन शिकायतों को मिलने के बाद डीएम के आदेश पर सर्वे शुरू किया गया है। अभी पिछले हफ्ते एसडीएम ने 20 जमीनें ऐसी पाईं। जो बिना परमीशन के दलितों से खरीदी गई हैं। इस खुलासे के बाद अब रजिस्ट्री ऑफिस से भी रिकॉर्ड निकाल कर देखा जा रहा है कि पिछले एक साल के अंदर ऐसी कितनी जमीने सवर्णो ने अपने नाम रजिस्ट्री कराई हैं। अगर दलित किसी दलित को भी जमीन बेचता है तो भी रजिस्ट्री करते समय क्रेता और विक्रेता दोनो के जाति प्रमाण पत्र होना जरूरी है। भविष्य में इसकी भी जांच हो सकती है कि कहीं फर्जी जाति प्रमाण पत्र बनाकर तो जमीन नहीं खरीदी गई।

तहसील के रिकॉर्ड खंगाल रहे

जनपद की सभी तहसीलों में भी रिकॉर्ड देखा जा रहा है। सभी तहसीलदारों से कहा गया है कि वे अपने क्षेत्र का पूरा रिकॉर्ड एक सप्ताह के अंदर उपलब्ध कराएं। डीएम के आदेश पर हो रहे सर्वे में दलितों की बिक्री की गई जमीन को चिन्हित करने का दायित्व एसडीएम सदर को दिया गया है। जो जमीन चिन्हित होगी उसे राज्य सरकार जब्त कर लेगी।

कोट

'दलितों की जमीन सवर्ण बिना डीएम के परमीशन के किसी भी हालत में नहीं खरीद सकते। अगर खरीदी तो उक्त जमीन राज्य सरकार जब्त कर लेगी। जिन लोगों ने खरीद ली है उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी'

डीडी वर्मा, एसडीएम सदर