आई इन्वेस्टीगेशन

- फूलबाग में लगे तिब्बती मार्केट में किसी सामान का नहीं दिया जाता है बिल

- वर्षो से लग रहा है यह अस्थाई मार्केट, ट्रेड टैक्स में बिना रजिस्ट्रेशन कराए हो रहा धंधा

KANPUR : शहर में एक ऐसा मार्केट चल रहा है, जहां कैशलेस सिस्टम नहीं बल्कि बिल लेस सिस्टम लागू है। इस मार्केट में रोज की औसतन बिक्री 2 लाख रुपए है, लेकिन यहां पर बिल के नाम पर कुछ नहीं दिया जाता। कुल मिलाकर इस मार्केट में बिल न देकर ब्लैक मनी जेनरेट हो रही है। अगर कस्टमर ने बिल मांग भी लिया तो उसे मना कर दिया जाता है।

यह मार्केट फूलबाग के गणेश उद्यान में लगता है और नाम है तिब्बतीयन रिफ्यूजी स्वेटर मार्केट। करीब 7 साल से यह मार्केट यहां लगता है, इसके पहले यह मार्केट परेड में लगती थी, लेकिन यहां मल्टीलेवल पार्किग का निर्माण होने के चलते जगह शिफ्ट कर दी गई। इस मार्केट में छोटी-बड़ी करीब 50 से अधिक दुकानें लगती हैं। इस मार्केट में स्वेटर, जैकेट, विंड शीटर, मफलर व अन्य ऊनी कपड़े मिलते हैं। मार्केट लगाने के लिए नगर निगम जगह एलॉट कर चार्ज लेता है। करीब चार महीने नवम्बर से फरवरी तक यह मार्केट सजा रहता है।

टैग को ही बिल मान लीजिए

कई वर्षो से शहर में लग रहे इस मार्केट में लिखापढ़ी का कोई काम नहीं है। पैसे दीजिए और माल लीजिए। न कोई कच्चा बिल और न ही पक्का बिल। अगर किसी कस्टमर ने बिल मांगा तो उसको साफ मना करते हुए मार्केट के दुकानदार कह देते हैं कि बिल नहीं है। अगर कपड़े में कोई प्राब्लम आए तो इसमें लगा टैग न हटाईएगा। इसी को बिल मान लीजिए। अब कस्टमर की समझ में नहीं आता कि वह क्या कहे, चुपचाप सामान लेकर चल देता है। वहीं अगर इस मार्केट की सेल देखी जाए तो औसतन 2 लाख रुपए रोज की सेल है यानी महीने में 60 लाख और चार महीने में यह राशि ढाई करोड़ रुपए से ऊपर हो जाती है।

ब्लैक मनी यहां से जेनरेट हो रही

अगर कैजुअल डीलर का रजिस्ट्रेशन करा कर बिल दिया जाए तो इन चार महीनों के दौरान करीब 12.5 लाख रुपए ट्रेड टैक्स का बनता है। बिल न देकर इस रकम की ब्लैक मनी यहां से जेनरेट हो रही है। इसी वर्ष नहीं बल्कि कई वर्षों से यह मार्केट लग रहा है, लेकिन यहां के दुकानदारों ने कभी भी ट्रेड टैक्स से वास्ता नहीं रखा।

बिल के क्या हैं नियम

आप 50 पैसे से लेकर कितनी भी अधिक राशि का सामान खरीदते हैं तो दुकानदार को बिल देना चाहिए। आप उससे बिल मांग सकते हैं और न देने पर उसकी शिकायत ट्रेड टैक्स विभाग में की जा सकती है। अगर कोई अस्थाई मार्केट लगती है तो वहां के दुकानदारों के लिए कैजुअल डीलर का रजिस्ट्रेशन ट्रेड टैक्स विभाग से कराना अनिवार्य है।

-------------

ग्राहकों की बात

- मैने 400 रुपए का विंड शीटर खरीदा, बिल भी मांगा था, लेकिन दुकानदार ने साफ मना कर दिया। धर्मेन्द्र

- यहां कई बार परचेजिंग करने आ चुका हूं, लेकिन कभी बिल मिला ही नहीं। मांगने पर भी नहीं दिया जाता।

ाशीष त्रिवेदी

1800 रुपए की जैकेट ली है। किसी प्रकार का बिल नहीं दिया गया। दुकानदार कहता है कि बिल नहीं है।

सज्जन अवस्थी

करीब दो हजार रुपए की परचेजिंग। बिल मिला नहीं, मैने भी कोई गौर नहीं किया। अब आगे ध्यान रखूंगा।

जितेन्द्र मिश्रा

----------

'किसी भी मार्केट में बिना बिल के कोई भी समान नहीं बेचा जा सकता। अस्थाई मार्केट के लिए कैजुअल डीलर का रजिस्ट्रेशन होता है। अगर कोई बिना बिल के व्यापार कर रहा है तो टीम भेजकर इसकी जांच कराई जाएगी.'

केशव प्रसाद, एडिशनल कमिश्नर ग्रेड-1, ट्रेड टैक्स विभाग

-------------------

अगर आपको भी बिल नहीं मिल रहा है तो हमें बताएं?

फोन-9889251157

व्हाट्सएप-9889251157