नासा के हबल, स्पिट्जर टेलीस्कोप और नेचुरल जूम लेंसों की हेल्प से इसकी खोज की गई है। टेलीस्कोप की हेल्प से देखने पर यह गैलेक्सी एक छोटी बूंद के रूप में दिखाई देती है और हमारी मिल्की वे का अंशमात्र ही है। यह मिल्की वे करीब 13.7 बिलियन इयर्स पुरानी है। जब प्रेजेंट यूनिवर्स का महज तीन परसेंट ही एग्जिस्ट करता था। एस्टोनॉमर्स ने इसे एमएसीएस 0647-जेडी नाम दिया है.  अर्थ तक इसकी लाइट को आने में 13.3 बिलियन इयर्स का टाइम लगा है।

डिस्टेंट गैलेक्सीज का पता लगाने के प्रोग्राम के लिए इसे इर्पोटेंट अचीवमेंट माना जा रहा है। यह साइज में काफी छोटी है। पॉसिबिल है कि यह एक बड़ी मिल्की वे बनने के इनिशियल प्रोसेज के फर्स्ट फेज में है। स्टडीज के अकॉर्डिंग यह गैलेक्सी 600 लाइट इयर से भी कम ब्रॉड है।

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