- यूपी में पैर जमाने के लिए जदयू की कवायद, घाटमपुर में कार्यकर्ता सम्मेलन में भाजपा और सपा पर बरसे नीतीश

-संघ मुक्त-शराब मुक्त यूपी का नारा किया बुलंद, दलितों प अत्याचार का मामला उठाकर केंद्र व प्रदेश सरकार को घेरा

KANPUR: यूपी के चुनावी समर में अपनी मौजूदगी दर्ज कराने के लिए जनता दल यूनाइटेड ने जोर-आजमाइश तेज कर दी है। शनिवार को कानपुर आए जदयू के अध्यक्ष व बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने भाजपा और सपा सरकार पर जमकर हमला किया। कुर्मी वोटबैंक को साधते हुए नीतीश कुमार ने दलित कार्ड भी खेला। वहीं प्रदेश में कानून व्यवस्था को सही करने के लिए यूपी में भी शराब बंदी की मांग की। जिसके सहारे उन्होंने महिला वोटरों को भी अपनी ओर खींचने का प्रयास किया। वहीं मोदी सरकार पर भी हमला करते हुए नीतीश ने संघ मुक्त- शराब मुक्त यूपी का नारा बुलंद किया और कार्यकर्ताओं में जोश भरा। नीतीश जदयू के कानपुर मंडलीय राजनीतिक सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान पार्टी के वरिष्ठ नेता व सांसद शरद यादव, अली अनवर और केसी त्यागी भी मौजूद रहे।

सुशासन बाबू के भाजपा पर वार-

- नशाबंदी को लेकर संघ अपना नजरिया स्पष्ट करे

- भाजपा के लोगों के जूता चप्पल का फोटो लें

- गोरक्षा वाले ऊना में दलितों की पिटाई कर रहे हैं जबकि राजस्थान में गायें मर रही हैं

- संघ गो सेवा की भी शाखा लगाए

- जिन्होंने बनारस में कहा था गंगा ने उन्हें बुलाया है अब गंगा उन्हें ढूंढ रही है

- देश को संघ मुक्त व शराब मुक्त हम ही बना सकते हैं

जाति समीकरण के सहारे

अपने भाषण के दौरान नीतीश कुमार ने एक तरफ जहां भाजपा सरकार पर वार किए वहीं पिछड़ा, अति पिछड़ा और महादलित कार्ड भी खेला। भाषण के दौरान उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने अति पिछड़ा को 20 फीसदी तो महिलाओं को पंचायतों में 50 फीसदी आरक्षण दिया है। दरअसल मंडलीय राजनीतिक सम्मेलन के लिए घाटमपुर को कुर्मी वोट बैंक पर डोरे डालने के लिए ही चुना गया था। उसके अलावा दलितों पर अत्याचार के बहाने नीतीश कुमार ने महादलित कार्ड भी खेला।

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हाथी, साइकिल और कमल को छोड़ो

वहीं जदयू के वरिष्ठ नेता शरद यादव ने यूपी में अपराध को लेकर अखिलेश यादव पर हल्ला बोला। उन्होंने कहा कि जदयू अगर सत्ता में आई तो बिहार की तरह यूपी में भी शराब बंदी की जाएगी। इससे कानून व्यवस्था भी ठीक होगी। वहीं भाजपा को लेकर उन्होंने कहा कि बीजेपी दुविधा की पार्टी है। चुनाव जीतने के बाद विकास की जगह धर्म परिवर्तन, लव जिहाद जैसे मुद्दे उठा रही है। वादा तो बीजेपी ने काला धन वापसी और गंगा को निर्मल बनाने का किया था। उन्होंने कहा कि यूपी में हाथी, साइकिल और कमल को आजमा चुके हैं अब अन्य लोगों को मौका दें।

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कांवडि़यों पर टिप्पणी कर फंसे शरद यादव

- सर्किट हाउस में मीडिया से बातचीत में शरद यादव के विवादित बोल, कहा कांवड़ यात्रा बेरोजगारों की भीड़

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यन्हृक्कक्त्र: घाटमपुर में जदयू के मंडलीय राजनैतिक सम्मेलन में हिस्सा लेने आए वरिष्ठ नेता शरद यादव सैटरडे को सर्किट हाउस में विवादित बयान देकर फंस गए। कांवड़ यात्रा को उन्होंने बेरोजगारों की भीड़ बताया जिसके बाद धर्मगुरुओं से लेकर दूसरी कई पार्टी के नेताओं ने कड़ी प्रतिक्रिया दर्ज कराई। मीडिया को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि देश भर में कांवड़ यात्रा में भीड़ बढ़ती जा रही है। इससे साफ है कि देश में बेरोजगारी तेजी से बढ़ रही है। ऐसा बोलते हुए भी वह खुद में काफी असहज नजर आए, लेकिन आगे बढ़ते हुए उन्होंने कहा कि इनके पास काम होता तो बड़ी संख्या में सड़कों पर भटकते न दिखते।

सपा पर भरोसा नहीं

बातचीत के दौरान शरद यादव ने कहा कि यूपी में जदयू सपा या किसी और दल से गठबंधन नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि सपा की बातों पर भरोसा नहीं है। उन्हें हम बिहार में परख चुके हैं।

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यूपी के इस वोट बैंक पर जनता दल की नजर-पेज 1 के लिए

यादव- 8.50 फीसदी

कुर्मी- 3 फीसदी

जाटव- 11.50 फीसदी

ब्राहमण- 10 फीसदी

ठाकुर- 8.50 फीसदी

मुस्लिम आबादी- 19.30 फीसदी

कानपुर में एससी पॉप्युलेशन- 16.45 फीसदी

कानपुर देहात में एससी पॉप्युलेशन- 24.85 फीसदी