-अब तक प्रति चक्कर टैक्सी वालों को कटानी पड़ती थी 20 रुपए की रसीद

-टैम्पो, ऑटो व अन्य कॉमर्शियल व्हीकल्स को भी छूट देने पर विचार

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KANPUR : कैण्ट क्षेत्र में अब टैक्सी वालों से किसी प्रकार का एंट्री टैक्स नहीं लिया जाएगा। बोर्ड बैठक में सभी सभासदों ने इस बाबत प्रस्ताव पास कर दिया था, अब इसे लागू कर दिया गया है। इस नए नियम से टैक्सी वालों को बहुत बड़ी राहत मिली है। उम्मीद है कि जल्द ही अन्य सवारी वाले कॉमर्शियल वाहनों को भी एंट्री टैक्स से मुक्त किया जाएगा।

टैक्सी वालों का ज्यादा फायदा

कैण्ट इलाके में एंट्री टैक्स की वसूली के लिए हर साल ठेका उठाया जाता है। टैक्सी के लिए क्षेत्र में प्रवेश करने पर प्रति चक्कर 20 रुपए की रसीद काटी जाती थी। लखनऊ आने जाने वाली अधिकांश टैक्सियां कैण्ट क्षेत्र से गुजरती हैं। प्रतिदिन अगर दो बार भी लखनऊ आना-जाना पड़ा तो उन्हें 80 रुपए की रसीद कटानी पड़ती थी, इसलिए टैक्सी वालों पर यह टैक्स बहुत भारी पड़ रहा था।

कैण्ट बोर्ड के सीईओ ने दी मंजूरी

पिछली बोर्ड बैठक में इस संबंध में प्रस्ताव देकर सभासदों ने टैक्सी को एंट्री टैक्स से छूट देने का मुद्दा उठाया था। चर्चा के बाद कैण्ट बोर्ड के सीईओ ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी थी। वहीं टैक्सी को एंट्री टैक्स से मुक्त करने के बाद अब अन्य सवारी वाहनों को भी इस टैक्स से छूट देने का विचार हो रहा है। कैण्ट बोर्ड के वाइस चेयरमैन लखनलाल ओमर ने बताया कि जबलपुर कैण्ट बोर्ड में सिर्फ माल ढोने वाले कॉमर्शियल वाहनों से एंट्री टैक्स लिया जाता है। वहां के नियम की कॉपी मंगाई जा रही है। इसके बाद सभासदों से चर्चा की जाएगी। अगर सबकी सहमति बनी तो ऑटो, टेंपो व अन्य कॉमर्शियल वाहनों को भी एंट्री टैक्स से मुक्त किया जा सकता है।