कानपुर (ब्यूरो)। बर्रा में सीनियर सिटीजन की नाले में मिली डेडबॉडी के मामले में सनसनीखेज खुलासा सीसीटीवी फुटेज से हुआ है। अभी तक माना जा रहा था कि वो नाले में गिर गए होंगे लेकिन उन्हें जिंदा गत्ते में पैक करने के बाद नाले में फेका गया था, जिससे उनकी मौत हो गई थी। करीब 15 दिन से बर्रा पुलिस मामले को दबाकर बैठी हुई थी। मृतक के बेटे ने सीसीटीवी फुटेज सोशल मीडिया पर वायरल किए तो पुलिस भी हरकत में आ गई है।
21 दिसंबर को निकलेे थे घर से
बर्रा-8 वरुण विहार में रहने वाले 60 साल के सुनील जायसवाल बर्रा-4 के एक टेंट हाउस में नौकरी करते थे। सुनील के बड़े बेटे गौतम जायसवाल ने बताया कि उनके पिता रोज की तरह 21 दिसंबर को टेंट हाउस में नौकरी करने गए थे। मालिक सुनील भसीन शाम को घर आए और बताया कि तुम्हारे पिता जी की चप्पलें नाले के किनारे पड़ी मिली हैं, लेकिन उनकी कोई जानकारी नहीं मिल रही है। पिता के लापता होने की जानकारी मिलते ही गौतम और उनकी पत्नी पुष्पा नाले पर पहुंची। इसके बाद गुजैनी और फिर बर्रा थाने में मामले की सूचना दी। बर्रा पुलिस मौके पर तो पहुंची, लेकिन नाले में सर्च नहीं कराया। कहा कि आज शाम हो गई है, कल तलाश कराएंगे।

तलाशने के बाद मिला शव
पुलिस की बेरुखी देखकर बेटा गौतम और मां पुष्पा मोबाइल की टॉर्च जलाकर नाले में कूद गईं। काफी देर तलाश करते रहे तो उन्हें सुनील मिल गए। बेटे ने बताया कि पहले उन्हें एक प्राइवेट हॉस्पिटल ले जाया गया था। जहां सांसें चलते देख डाक्टर्स ने उन्हें हैलट के लिए रेफर कर दिया था। हैलट पहुंचने पर डाक्टर्स ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था। पुलिस ने जांच-पड़ताल के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में शरीर पर कई चोट के निशान और डूबकर मौत होने की पुष्टि हुई थी। तब से बेटा बर्रा थाना, सीओ, एडीसीपी और डीसीपी ऑफिस के चक्कर काटता रहा, लेकिन किसी ने नहीं सुना।

सीसीटीवी में दिखी हकीकत
बेटे गौतम ने बताया कि 4 जनवरी 2024 को पिता की तेरहवीं संस्कार होने के बाद बर्रा थाने पहुंचे और हत्याकांड से जुड़े सीसीटीवी देखने की मांग रखी। पुलिस ने सुरक्षित रखे गए सीसीटीवी फुटेज की एक कॉपी गौतम को उपलब्ध करा दी। गौतम ने सीसीटीवी फुटेज की बारीकी से जांच की तो सामने आया कि पिता की मौत से पहले उन्हें एक गत्ते में रखकर कुछ लोग नाले में फेंकते हुए दिखाई दे रहे हैं। इतना ही नहीं सीसीटीवी फुटेज की जांच में सामने आया कि 45 मिनट के सीसीटीवी फुटेज डिलीट भी किए गए हैं। गौतम ने दोबारा 6 जनवरी को पूरे मामले की जानकारी दी। लेकिन इसके बाद भी पुलिस ने न तो एफआईआर दर्ज की और न ही किसी आरोपी की अरेस्टिंग की।

पहले सीमा विवाद फिर केस को दबाया
गौतम ने बताया कि पिता के नाले में डूबने की जानकारी मिलने के बाद उन्होंने गुजैनी थाने पर सूचना दी। गुजैनी पुलिस ने बताया कि बर्रा थाने का मामला है। इसके बाद बर्रा पुलिस भी मौके पर पहुंची, लेकिन दोनों थानों की फोर्स घंटों सीमा विवाद में उलझी रही और कोई कार्रवाई नहीं की। इसके बाद मृतक की पत्नी और बेटे ने खुद नाले में कूदकर घंटों सर्च किया। सुनील को गंभीर हालत में बाहर निकाला और हैलट अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां जांच के बाद डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

एसीपी बोले, जांच शुरू की
एसीपी नौबस्ता आशुतोष कुमार ने बताया कि शनिवार को बेटे ने सीसीटीवी के साथ मामले की बर्रा थाने पर शिकायत की है। पांच-छह संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। अब दोबारा मौका मुआयना करके हत्याकांड का खुलासा करेंगे। परिवार की तहरीर मिलते ही एफआईआर दर्ज की जाएगी।