-नकल के आरोप सही पाए जाने कॉलेजों के छात्रों के 30 फीसदी मा‌र्क्स कटेंगे

-नकल में फंसे 9 कॉलेज 2 साल तक सेंटर नहीं बनेंगे, परीक्षा समिति की मीटिंग में फैसला

KANPUR : छत्रपति साहू जी महाराज यूनिवर्सिटी की परीक्षा समिति की अहम मीटिंग में नकल में फंसे एक लाख स्टूडेंट का रिजल्ट मंडे तक डिक्लेयर करने का डिसीजन लिया गया। अहम बात यह है कि जिन स्टूडेंट्स की कॉपी एक बार पकड़ी गई उनके 25 परसेंट और जिन पर दो बार नकल का आरोप सही पाया गया है उनके 30 परसेंट मा‌र्क्स काट दिए जाएंगे। उड़नदस्तों के खिलाफ अभद्र सलूक करने वाले 9 कॉलेज को दो साल के लिए ब्लैक लिस्ट में डाल दिया गया है। इस लिस्ट में कानपुर नगर का दयानंद दनकू पराग महाविद्यालय घाटमपुर भी शामिल है।

5 कॉलेज को क्लीनचिट

परीक्षा समिति में उन स्टूडेंट्स पर भी विचार किया गया, जिनकी कॉपी कहीं मिस हो गई है। ऐसे छात्रों को बैक पेपर की सुविधा विवि प्रशासन बिना किसी शुल्क के देगा। करीब पांच महाविद्यालयों को नकल के आरोप से बरी कर दिया गया है। इन कॉलेजों में ऋतुराज महाविद्यालय फतेहपुर, चौ। गजराज सिंह महाविद्यालय फर्रुखाबाद, मयंक शेखर महाविद्यालय कानपुर देहात, गोविन्द प्रसाद रानी देवी पटेल महाविद्यालय अरौल, श्री ठाकुर जी महाविद्यालय उन्नाव हैं।

नकलची छात्रों के माक्र्स कटेंगे

सीएसजेएमयू के परीक्षा नियंत्रक राजबहादुर यादव ने बताया कि 61 कॉलेज ऐसे हैं जिनके खिलाफ दो सब्जेक्ट में नकल की रिपोर्ट सही पाई गई है, उनके छात्रों के 30 परसेंट मा‌र्क्स काटे जाएंगे। सेशन 2014-15, 2015-16 सेशन में नकल के आरोप सही पाए जाने वाले कॉलेजों के छात्रों के मा‌र्क्स भी 30 परसेंट काटे जाने पर समिति की मीटिंग में मुहर लग गई है। नकल में फंसे कॉलेजों को नए कोर्स की मान्यता नहीं दी जाएगी। करीब 19 कॉलेज ऐसे हैं, जिनके छात्र पहली बार विवि की परीक्षा में बैठे थे उन पर नकल की गाज गिरी है।