-बिठूर के गुरहा गांव का निवासी था, थीम पार्क के पास मिला शव

-परिजनों ने थीम पार्क के मालिक और मैनेजर पर हत्या का आरोप लगाया

-छह घंटे बवाल के बाद हुआ समझौता, पांच लाख मुआवजा और नौकरी मिलेगी

KANPUR : बिठूर में संदिग्ध परिस्थिति में ब्लू व‌र्ल्ड कर्मी की मौत पर परिजन समेत इलाकाई लोग भड़क गए। गुस्साए परिजनों ने ब्लू व‌र्ल्ड मालिक और मैनेजर पर हत्या का आरोप लगाकर पार्क में धावा बोल दिया। बाउंसर समेत सुरक्षा कर्मियों ने उनको रोकने की कोशिश की तो ग्रामीण उनसे भिड़ गए। ग्रामीणों ने उसके साथ मारपीट करते हुए ब्लू व‌र्ल्ड में तोड़फोड़ कर दी। सूचना पर बिठूर थाने समेत सर्किल का फोर्स मौके पर पहुंचा तो ग्रामीणों ने उन पर पथराव कर दिया, जिससे वहां पर भगदड़ मच गई। पुलिस ने किसी तरह लाठी पटककर ग्रामीणों को खदेड़ तो दिया, लेकिन वे कुछ देर बाद दोबारा वहां पहुंच गए। करीब छह घंटे तक बवाल चलता रहा। आला अफसरों ने ब्लू व‌र्ल्ड मालिक और पीडि़त परिवार की बात कराई तो वो मृतक की पत्नी को मुआवजा और नौकरी देने को राजी हो गए, जिसके बाद शव को पोस्टमार्टम भेजा जा सका।

झाडि़यों में पड़ी थी बॉडी

बिठूर के गुरहा गांव में रहने वाला संजीव (35) ब्लू व‌र्ल्ड पार्क कर्मी था। वो मैनेजर सप्पू की कार चलाता था। इसके अलावा वो पार्क के अन्य काम भी देखता था। वो रोज की तरह बुधवार को घर से पार्क जाने के लिए निकला था, लेकिन घर वापस नहीं पहुंचा। देर रात को कुछ ग्रामीण शादी समारोह से वापस गांव लौट रहे थे तभी उन्होंने ब्लू व‌र्ल्ड पार्क के पास रोड के किनारे देखा कि कोई युवक झाडि़यों में पड़ा है। वे मदद के लिए झाडि़यों के पास पहुंचे तो उन्हें पता चला कि वहां पर संजीव की लहूलुहान लाश पड़ी है।

कार्रवाई न होने पर भड़के

आनन-फानन में ग्रामीणों ने संजीव के परिजन और कंट्रोल रूम में जानकारी दी। उसकी मौत की खबर से परिजनों के होश उड़ गए। वे भागकर मौके पर पहुंचे। उन्होंने ब्लू व‌र्ल्ड मालिक प्रवीण मिश्रा और मैनेजर सप्पू पर हत्या का आरोप लगाकर हंगामा कर दिया। पुलिस ने उस समय तो कार्रवाई का आश्वासन देकर ग्रामीणों को शांत करा दिया, लेकिन सुबह ग्रामीण कार्रवाई न होने पर भड़क गए। गुस्साए ग्रामीणों ने हंगामा करते हुए ब्लू व‌र्ल्ड में धावा बोल दिया। वे जबरन ब्लू व‌र्ल्ड में घुस गए। उनको सुरक्षा कर्मियों और बाउंसर ने रोकने की कोशिश की तो ग्रामीणों ने उनको पीट-पीटकर अधमरा कर दिया।

पुलिस पर कर िदया पथराव

हंगामे की सूचना पर सीओ सर्किल फोर्स के साथ वहां पहुंच गए। पुलिस ने ग्रामीणों पर काबू करने की कोशिश की तो उन लोगों ने पुलिस पर पथराव कर दिया। जिससे वहां पर अफरा-तफरी मच गई। पुलिस को ग्रामीणों पर काबू पाने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा, लेकिन इसके बाद भी ग्रामीण पीछे नहीं हटे। इधर, आला अफसरों ने ब्लू व‌र्ल्ड मालिक से बात की तो वे मृतक की पत्नी को नौकरी और पांच लाख रुपए मुआवजा देने को राजी हो गए। जिस पर पीडि़त परिवार ने समझौता कर लिया।

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अम्मा तुम क्यों रो रही हो

संजीव के परिवार में पत्नी सीता, तीन बेटी और दो बेटे हैं। जिसमें सबसे छोटा बेटा तीन साल का है। संजीव ही घर पर अकेला कमाने वाला था। उसकी मौत से परिवार बिखर गया है। सीता तो रोते-रोते बेहाल हो गई है। वहीं, उसके सबसे छोटे बेटे को अभी यह भी नहीं पता है कि उसके पापा मर गए हैं। वो बार-बार मम्मी से पूछ रहा है कि अम्मा तुम क्यों रो रही हो?

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विवादित रहा सपा नेताओं का रोल

ब्लू व‌र्ल्ड मालिक सपा के एक कद्दावर नेता के बेहद करीबी हैं। उन्होंने ही ब्लू व‌र्ल्ड के उद्घाटन में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का कार्यक्रम लिया था। वो कर्मचारी की मौत का पता चलते ही सक्रिय हो गए थे। वो पुलिस और ग्रामीणों को मैनेज करने में जुटे थे, तो सपा के कुछ नेता ग्रामीणों को भड़काने का काम कर रहे थे। वे चाहते थे कि किसी तरह ब्लू व‌र्ल्ड मालिक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज हो जाए। सपा के ये नेता कद्दावर नेता से विरोध मानते हैं।