कानपुर(ब्यूरो)। कमिश्नरेट पुलिस ने वेस्टजोन में लूट और स्नैङ्क्षचग की वारदातों को अंजाम देने वाले एक गैैंग का पर्दाफाश किया है। गिरोह के पांच शातिरों को सचेंडी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, जबकि चार शातिर अभी फरार बताए जा रहे हैं। पुलिस ने आरोपियों के पास लूटा गया लोडर और 12 मोबाइल बरामद किए हैं। आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।

सचेंडी क्षेत्र में एक्टिव था गैैंग
पिछले दिनों क्रिमिनल्स का एक गैैंग सचेंडी थाना क्षेत्र में रिलायंस वेयर हाउस में वारदात को अंजाम देने के लिए रात में दाखिल हुआ। मगर, वहां अधिक संख्या में लोगों के जमा होने की वजह से उन्होंने इरादा बदल दिया। लौट रहे बदमाशों ने वेयर हाउस के गार्ड को मारपीट कर वहां खड़ा लोडर लूट लिया था। इस मामले में सर्विलांस और मुखबिर तंत्र की मदद से पुलिस ने 21 साल के गोल मन्दिर मसवानपुर थाना रावतपुर निवासी कृष्णा यादव 19 साल के अर्मापुर स्टेट निवासी गौरव शुक्ला और 19 साल के मसवानपुर बड़ा मंदिर निवासी करन यादव को हिरासत में ले लिया। इनसे लूटा गया लोडर भी बरामद हो गया।

छिनैती की वारदातों को दिया था अंजाम
पुलिस ने इन तीनों से पूछताछ की तो सामने आया कि ये एक गैैंग है, जो लूट और चेन स्नेङ्क्षचग या छीनाछपटी जैसी वारदातों को अंजाम देता है। इनसे गिरोह के छह अन्य शातिरों के नाम सामने आए। पूछताछ के आधार पर पुलिस ने इसके बाद 18 साल के मसवानपुर निवासी अभिजीत उर्फ गिलहरी और उसके हमउम्र पड़ोसी अभिषेक उर्फ चेला भी पकड़ लिया। इसके बाद पुलिस ने पांचों से पूछताछ शुरू की तो सामने आया कि ये गैैंग लूट के साथ-साथ मोबाइल लूट व चेन स्नेङ्क्षचग की घटनाओं को अंजाम देता है।

पांचों आरोपियों से 12 मोबाइल बरामद
इसके बाद इन पांचों आरोपियों की शिनाख्त पर पुलिस ने लूटे गए 12 मोबाइल बरामद किए। तलाशी के दौरान आरोपियों के पास से तीन तमंचा, छह कारतूस, लूट में प्रयोग की जाने वाली दो मोटर साइकिल बरामद की हैं। अभियुक्तों ने रावतपुर, बिठूर, कल्यानपुर, सचेंडी में 15 से 20 जगहों पर मोबाइल लूट, चैन स्नैङ्क्षचग जैसी कई घटनाओं को अंजाम देना स्वीकार किया है।

फरार आरोपियों पर इनाम घोषित
डीसीपी पश्चिम विजय ढुल ने बताया कि जो चार आरोपी फरार हैं, उनके खिलाफ 15-15 हजार रुपये का इनाम घोषित किया है। जल्द ही इन्हें भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

टीम को मिले 25 हजार रुपये
लुटेरों का गिरोह पकडऩे वाली टीम में सचेंडी इंस्पेक्टर प्रद्युम्न कुमार ङ्क्षसह, उपनिरीक्षक प्रेमवीर ङ्क्षसह, सतेंद्र कुमार ङ्क्षसह, प्रदीप पलावत, पवन प्रताप, मनीष राना आदि शामिल थे। डीसीपी ने उक्ट टीम को 25 हजार रुपये इनाम देने की घोषणा की है।

&& गिरोह के नौ सदस्यों में से कई की महिला मित्र हैं और उनका ही खर्च उठाने के मकसद से सभी अपराध की वारदातों को अंजाम देते थे। गिरोह के सदस्य अधिक पढ़े लिखे नहीं हैं, लेकिन एक दो छोड़ कर सभी की उम्र 22 साल से नीचे है.&य&य
विजय ढुल, डीसीपी पश्चिम