- पुलिस हॉस्पिटल में बेड, प्लाज्मा बैंक, ब्लड और ऑक्सीजन का होगा इंतजाम

- युवा पुलिसकर्मियों की 4 दिन की होगी ट्रेनिंग, दी जाएगी इम्यूनिटी बूस्टर की जानकारी

>kanpur@inext.co.in

KANPUR : कोरोना की तीसरी लहर अगस्त के अंतिम दिनों में आने का अनुमान लगाया जा रहा है। हेल्थ डिपार्टमेंट हो या कोरोना से जुड़ा कोई भी डिपार्टमेंट, सभी ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। वहीं कानपुर कमिश्नरेट ने भी शहर के लोगों को कोरोना से बचाने के लिए तैयारी कर रहा है। पुलिस लाइन में ऑक्सीजन सिलेंडर और कोरोना से बचने के तमाम साधन उपलब्ध होंगे। पुलिस कमिश्नरेट में तैनात युवा पुलिसकर्मियों को चार दिन की ट्रेनिंग दी जाएगी। जिसमें उन्हें बताया जाएगा कि कोरोना पीडि़तों को किस तरह से सुविधाएं मुहैया करानी हैं?

कितना दूर रह कर निगरानी

2,4,5 और 6 अगस्त को होने वाली ट्रेनिंग में पुलिसकर्मियों को बताया जाएगा कि किस तरह से खुद सेफ रहें और दूसरों को भी सेफ रखें। किस उम्र के लोगों को इम्यूनिटी बूस्टर डोज के लिए क्या करना है? साथ ही ये भी योजना बनाई जाएगी कि कंटेंटमेंट जोन से कितनी दूर रह कर निगरानी करनी है। ट्रेनिंग के बाद यही पुलिस कर्मी सीनियर सिटीजन को कोरोना पीडि़त होने पर बचाव के तरीके तो बताएंगे ही साथ ही उनके लिए दवा और जरूरी चीजें भी उपलब्ध कराएंगे। अगर उन्हें भर्ती भी कराना पड़ा तो वह भी करेंगे।

थानों में एक्टिव होगी कोविड डेस्क

थानों में कोविड डेस्क एक्टिव होगी। जिसमें मॉस्क, सेनेटाइजर, सर्जिकल कैप्स, सर्जिकल ग्लब्स और पीपीई किट उपलब्ध होंगी। थाने में इम्यूनिटी बूस्टर और मल्टीविटामिन की गोलियां भी होंगी। जिससे थाने में मदद मांगने वालों की हेल्प हो सके। यहां इंट्री होने के बाद रजिस्ट्रेशन होगा और उसके बाद किसी भी परेशानी के होने पर डॉयल-112 पर कॉल करनी होगी। पेशेंट को पीआरवी थाने पहुंचाएगी, जहां से टेस्ट और इलाज का इंतजाम भी थाना पुि1लस करेगी।

परिवार की तरह साथ होगी खाकी

अगर इलाज के दौरान कोई कैजुअलटी हो जाती है तो पुलिसकर्मी पीडि़त परिवार के साथ रह कर उनका सहयोग करेंगे। इस दौरान परिवार के लोगों को कोरोना पेशेंट से दूर रखने की जिम्मेदारी भी पुलिसकर्मियों को होगी। कैजुल्टी के बाद कांटैक्ट ट्रेसिंग कर लिस्ट बनाकर जांच कराने की जिम्मेदारी भी खाकी की होगी।

ट्रेनिंग में सिपाही दरोगा होंगे शामिल और ट्रेनर होंगे डॉक्टर

शासन का मानना है कि डॉक्टरों से ज्यादा कोई भी इस बीमारी के विषय में गंभीरता से नहीं जानता, लिहाजा इस ट्रेनिंग में डॉक्टर्स को भी शामिल किया गया है। वे लोग भी ट्रेनिंग में शामिल होंगे जिन्होंने कोरोना से फाइट करते हुए लोगों को देखा है। कोरोना वारियर्स को भी इस टीम में शामिल किया जाएगा।

कोविड की थर्ड वेव की आशंका को देखते हुए पुलिसकर्मियों की ट्रेनिंग का प्लान बनाया गया है। जिससे लोगों को आसानी होगी।

मोहित अग्रवाल, आईजी कानपुर