कानपुर (ब्यूरो)। केस्को इम्प्लाइज की लापरवाही की वजह से ग्वालटोली सबस्टेशन में लगा पॉवर ट्रांसफार्मर 6 वर्ष भी नहीं चल सका। 10 एमवीए कैपेसिटी के इस ट्रांसफार्मर को डैमेज हो गया है। इसकी वजह से पॉवर ट्रांसफार्मर डैमेज होने से ग्वालटोली व उसके आसपास के एरिया की पॉवर सप्लाई प्रभावित हैं। हालांकि सबस्टेशन में लगे दूसरे 10 एमवीए से जोडक़र पॉवर सप्लाई की जा रही है।

एमडी से शिकायत के बाद खुली पोल

ग्वालटोली सबस्टेशन में 10-10 एमवीए कैपेसिटी के दो ट्रांसफार्मर लगे हुए हैं। लोगों के मुताबिक इनमें से एक पॉवर ट्रांसफार्मर में खराबी की वजह से पिछले एक वीक से डेली 4 से 5 घंटे पॉवर कट किया जा रहा था। इससे ग्वालटोली फीडर, जीवन ज्योति फीडर, सूटरगंज फीडर और नवाबी चार फीडर से जुड़े 28 ट्रांसफार्मर्स ं की सप्लाई प्रभावित थी। इसकी शिकायत कन्ज्यूमर्स ने केस्को के एमडी से की। केस्को एमडी ने चीफ इंजीनियर, जीएम वन, एक्सईएन से कारण पूछा तो पता चला कि सात दिन पहले 10 एमवीए के पावर ट्रांसफार्मर में खराबी आ गई थी, जिसे सही करने का प्रयास किया जा रहा है। एमडी के संज्ञान में मामला आने के बाद ट्रांसफार्मर को खराब घोषित कर दिया है।

रखरखाव में लापरवाही से जला ट्रांसफार्मर

केस्को ऑफिसर्स के मुताबिक यह पॉवर ट्रांसफार्मर वर्ष 2018 में लगाया गया था। रखरखाव के अभाव के कारण ट्रांसफार्मर 6 वर्ष भी नहीं चल सका। नॉर्मली पावर ट्रांसफार्मर 15-16 साल तक चलते हैं। बताया जा रहा है कि केस्को के सर्किल एक की टेस्ट टीम पर पावर ट्रांसफार्मर के रखरखाव की जिम्मेदारी थी। नियमानुसार टेस्ट टीम को हर महीने पॉवर ट्रांसफार्मर को चेक करना चाहिए। रजिस्टर में इसकी एंट्री भी करनी चाहिए। पर ऐसा नहीं किया गया।