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KANPUR: हाईटेंशन लाइन टूटने से कई हादसे हो चुके हैं। बावजूद इसके हाईटेंशन लाइनों के नीचे गार्डिग लगाने में केस्को लापरवाही बरत रहा है। जबकि दशकों पुरानी और जर्जर हाईटेंशन लाइन आए दिन टूटकर गिर जाती है। इसी महीने कम से कम एक दर्जन से अधिक स्थानों पर केस्को की लाइनें टूट चुकी है।
सिटी में 1400 किमी। दौड़ रही हाईटेंशन लाइनें
केस्को के सिटी में 83 सबस्टेशन हैं। आजाद नगर, पनकी, नौबस्ता, कृष्णा नगर आदि ट्रांसमिशन स्टेशनों से केस्को सबस्टेशनों तक रोड के बीच और किनारों से होकर 388 किलोमीटर 33 हजार वोल्ट की हाईटेंशन लाइनें दौड़ रही है। इसी तरह केस्को सबस्टेशनों से डिस्ट्रिब्यूशन ट्रांफॉर्मर्स तक 6.6 व 11 हजार वोल्ट की लगभग 1012 किलोमीटर लाइन दौड़ रही है।
नहीं लगी है गार्डिग
केस्को की ये हाईटेंशन लाइनें जीटी रोड, कालपी रोड, किदवई नगर रोड, गोविन्द नगर, हमीरपुर रोड, हैलट रोड, वीआईपी रोड आदि भीड़भाड़ वाली सड़क और इनके चौराहों से गुजरी है, लेकिन उनके टूटने पर हाईटेंशन लाइन के नीचे से गुजर रहे लोगों को किसी हादसे से बचाने के लिए गार्डिग नहीं लगाई गई। इसी वजह से वीआईपी रोड, कल्याणपुर , गुमटी सहित कई इलाकों में हादसे हो चुके हैं। यह हाल 11 हजार वोल्ट की लाइनों का ही नहीं 33 हजार वोल्ट की हाईटेंशनों लाइनों का भी है। सिविल लाइन्स, किदवई नगर, अशोक नगर, जीटी रोड, काकादेव, श्याम नगर, बारादेवी, गोविन्द नगर, जाजमऊ आदि एरिया गार्डिग नहीं लगी है। अगर लगी भी हैं तो टूटी और झूलती हुई हैं। जो कि हाईटेंशन लाइन टूटने से जमीन पर गिरने से बचाने में नाकाम रहेगी।
हो चुके हैं कई हादसे
हाईटेंशन लाइन टूटने से लोगों के चपेट में आने का यह पहला मामला नहीं है। 14 सितंबर को वीआईपी रोड ग्रीन पार्क चौराहा पर हाईटेंशन लाइन टूटने से एक एडवोकेट सहित तीन लोग घायल हो गए थे। वहीं गुबा गार्डेन कल्याणपुर में तो एक व्यक्ति की मौत हो गई। इससे पहले गुमटी में कार, बाइक जल गई थी। बर्रा गांव में एक की मौत की वजह हाईटेंशन बनी थी।
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स्विच ट्राली फटी, जेई सहित पांच घायल
फ्राईडे की सुबह धमाके के साथ कोयला सबस्टेशन की स्विच ट्राली फट गई। चपेट में आकर जूनियर इंजीनियर बीपी सिंह, लाइनमैन अरविन्द शुक्ला, सुशील त्रिवेदी, मोनू मिश्रा, सुरजीत सिंह आदि घायल हो गए। इससे अफरातफरी मच गई। आनन-फानन उन्हें इलाज के लिए हॉस्पिटल ले जाया गया।
एट ए ग्लांस
33 हजार वोल्ट की लाइनें- 388 किमी।
11/6.6 हजार वोल्ट की लाइनें- 1012 किमी।
एलटी लाइनें - 1795 किलोमीटर