कानपुर (ब्यूरो)। कोहरे व धुंध की वजह से प्रभावित हुई ट्रेनों की चाल बीते 10 दिनों से बिगड़ी हुई है। जोकि सुधरने का नाम नहीं ले रही है। ट्रेनों की लेटलतीफी की वजह से हर दिन हजारों रेल पैसेंजर्स को विभिन्न समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। यहीं नहीं डेली दर्जनों की संख्या में पैसेंजर्स ट्रेन की लेट लतीफी की वजह से अपनी कंफर्म टिकट तक कैंसिल कराकर दूसरे साधनों से अपने गंतव्य पहुंच रहे हैं। सैटरडे कामाख्या एक्सपे्रेस समेत दो दर्जन से अधिक ट्रेनें अपने निर्धारित समय से तीन से 10 घंटे तक लेट से कानपुर सेंट्रल स्टेशन पहुंची।

दो दर्जन से अधिक ट्रेनें कैंसिल
कोहरे व धुंध की वजह से ट्रेनों की चाल बिगड़ जाती है। रूटीन ट्रेनें प्रभावित न और ट्रैक में ट्रेनों का लोड कम हो जाए। इसको लेकर एक दिसंबर से 29 फरवरी तक रेलवे ने दो दर्जन से अधिक ट्रेनों को तीन माह के लिए कैंसिल कर दिया है। इसके बावजूद रूटीन ट्रेनों की चाल घंटों प्रभावित हो रही है। रेलवे के ट्रेनों को कैंसिल किए जाने का मकसद बेहसर दिखाई दे रहा है।

628 लोगों ने टिकट कराई कैंसिल
कानपुर सेंट्रल स्टेशन के बुकिंग क्लर्क के आंकड़ों के मुताबिक सैटरडे को 628 पैसेंजर्स ने अपनी काउंटर टिकट कैंसिल कराई है। इन पैसेंजर्स की ट्रेन दो से आठ घंटे तक लेट चल रही है। फ्राइडे की रात में आने वाली ट्रेन सैटरडे की भोर सेंट्रल स्टेशन पहुंच रही है। ट्रेनों की लेटलतीफी की वजह से पैसेंजर्स को स्टेशन पर अपनी रात तक काली करनी पड़ रही है।

यह ट्रेनें चल रही लेट
कामाख्या एक्सप्रेस, जोधपुर-हावड़ा, गोरखपुर-एलटीटी, हावड़ा-नई दिल्ली, जम्मूतवी एक्सप्रेस, पुष्पक एक्सप्रेस, पुरुषोत्तम एक्सप्रेस, पटना-नई दिल्ली एक्सप्रेस, हावड़ा क्लोन ट्रेन, छठ स्पेशल ट्रेन समेत दिल्ली-हावड़ा, मुम्बई, सूरत, अहमदाबाद रूट की दो दर्जन से अधिक ट्रेनें लेट चल रही हैं।