- गोविंदपुरी आउटर में तड़के करीब 7 मिनट के लिए रुकी गोरखधाम एक्सप्रेस पर बदमाशों का धावा, यात्रियों से लूटपाट

- भागते समय आरपीएफ से भिड़े बदमाश, दोनों तरफ से ताबड़तोड़ फायरिंग, लखनऊ जीआरपी में मामला दर्ज

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द्मड्डठ्ठश्चह्वह्म।

दादानगर से गोविंदपुरी पुल के बीच 2 किमी। का रास्ता लुटेरों के लिए 'लूट प्वाइंट' बन चुका है। छह महीने में करीब 2 दर्जन से ज्यादा लूट की घटनाएं यहां हो चुकी हैं। मंगलवार तड़के फिर एक हफ्ते के भीतर ही बेखौफ बदमाशों ने फिर से पुलिस और आरपीएफ को खुली चुनौती दे दी। गोविंदपुरी आउटर पर खड़ी गोरखधाम एक्सप्रेस में घुसे 5 असलहाधारी बदमाशों ने 7 मिनट में डकैती की वारदात को अंजाम दे दिया। जमकर लूटपाट करने के बाद भागते समय बदमाशों का सामना जब आरपीएफ से हो गया। बेखौफ बदमाशों ने जवानों पर भी फायरिंग कर दी। जवाब में आपीएफ जवानों ने भी फायर ओपन कर दिया। इस बीच एक दर्जन से ज्यादा राउंड फायरिंग हुई लेकिन बदमाश भागने में कामयाब हुए। वहीं ट्रेन के सेंट्रल पहुंचने पर यात्रियों से बिना कोई पूछताछ के उसे लखनऊ रवाना कर दिया गया। जहां लूटपाट का शिकार हुए यात्रियों ने रिपोर्ट दर्ज कराई। वहीं घटना की जानकारी फैली तो खुद डीजी रेलवे ने मामले का संज्ञान लिया और बदमाशों की जल्द गिरफ्तारी के आदेश दिए।

ऐसे हुई वारदात

- सुबह 3.20 पर गोविंदपुरी आउटर की डाउन लाइन पर गोरखधाम एक्सप्रेस रुकी

- इसी दौरान एस-2,3 कोच में असलहाधारी 5 बदमाश घुसे

- दोनों कोचों में बदमाशों ने तमंचे के बल पर दो यात्रियों को मारपीट उनकी नकदी व ज्वैलरी लूट कर कोच से निकलने लगे।

- कंटेनर यार्ड के किनारे पेट्रोलिंग कर रहे आरपीएफ के सिपाही मुरलीधर शर्मा व राजीवकांत शोर सुन ट्रेन के पास पहुंचे

- जवानों को देखते ही बदमाशों ने तमंचों से फायरिंग शुरू कर दी

- जवाबी फायरिंग में जवानों ने भी इंसास और 9एमएम से 4 राउंड फायर किए

- बदमाश रेलवे आउटर किनारे बसी अवैध कच्ची बस्ती का सहारा लेकर मौके से भाग निकले

सेंट्रल से टरका दिया

गोविंदपुरी आउटर पर लुटने के बाद गोरखधाम एक्सपे्रस के यात्री सेंट्रल स्टेशन पहुंचे तो वहां पर उनकी उनकी आपबीती सुनने वाला ही कोई नहीं था। जिसके बाद ट्रेन लखनऊ रवाना हो गई। सीओ जीआरपी आरके मिश्रा ने बताया कि एस-3 कोच के 31 नंबर बर्थ पर सफर कर रहे श्याम नारायण और एस-2 के 3,4 नंबर पर सफर करने वाले ज्ञानवीर ने जीआरपी लखनऊ में लूटपाट की रिपोर्ट दर्ज कराई है। रिपोर्ट जीआरपी सेंट्रल थाने पर ट्रांसफर होगी। वारदात के खुलासे के लिए टीमें गठित कर दी है।

बदमाशों के खौफ में आउटर

दादानगर पुल से गोविंदपुरी पुल के बीच करीब दो किमी के बीच की दूरी ट्रेन में सफर कर रहे मुसाफिरों के लिए अब खौफ का सबब बन गई है। पहले जहां जूही यार्ड से झकरकटी पुल के बीच बसी बस्तियों के बदमाश लूटपाट की वारदातें करते थे वहीं अब यह झांसी लाइन के आसपास की बस्तियां टै्रक पर दौड़ रही ट्रेनों की सुरक्षा के लिए खतरा बन कर खड़ी हो गई है।

5 दिन पहले ही इसी जगह बदमाशों ने यशवंतपुर-गोरखपुर एक्सपे्रस में सफर कर रहे लाजपतनगर निवासी से लूटपाट कर उसे घायल कर दिया था। इस वारदात की जांच में पुलिस को ट्रैक किनारे ही सक्रिय सुषमा गैंग के शामिल होने के सबूत भी मिले।

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जरायम का गढ़ आउटर की बस्तियां

आरपीएफ की एक रिपोर्ट के मुताबिक पनकी से लेकर झकरकटी और शांति नगर से लेकर चंदारी तक रेलवे ट्रैक के किनारे बनी अवैध बस्तियां जरायम का गढ़ बनी है। इसकी खबर आई नेक्स्ट पहले भी आपको दे चुका है कि कैसे ट्रेन के जरिए हर तरह का काला कारोबार इन बस्तियों में चल रहा है और कौन कौन से गैंग इसमें सक्रिय हैं। इसमें से प्रमुख रुखसाना गैंग अब जेल में हैं वहीं गोविंद नगर कच्ची बस्ती में सक्रिय सुषमा गैंग पुलिस के मुताबिक इन वारदातों को अंजाम दे रहा है। इस गैंग का लीडर सुषमा का बेटा सागर है।

रुखसाना गैंग अंदर सुषमा गैंग बाहर

रेलवे के आंकड़े बता रहे हैं कि ट्रेनों के जरिए जरायम का कारोबार करने वाले झकरकटी आउटर में बीते पांच माह से ट्रेनों में अपराधिक घटनाएं होने की वारदातें ठम गई है। इसका मुख्य कारण रुखसाना गैंग का जेल में होना है। जानकारी के मुताबिक लगभग पांच माह पूर्व चकेरी में महिला संग हुए सामूहिक दुष्कर्म व डकैती के मामले में रुखसाना गैंग का नाम आया था। जिसमें एसएसपी शलभ माथुर सक्रीय होने पर रुखसाना समेत उसके गैंग के पांच सदस्य जेल में भेज दिए गए है। फल स्वरूप आज झकरकटी आउटर अपराधिक घटनाओं से आजाद हैं।

पटरी पर जरायम का ये कारोबार

- ट्रेनों में पैसेंजर्स से चोरी व लूटपाट

- स्मैक, गांजे से लेकर शराब की तस्करी

- यात्रियों से जहर खुरानी

- चोरी के माल की खरीदफरोख्त

- सोने की तस्करी से लेकर देह व्यापार

- रेलवे के अवैध वेंडरों का गढ़

- घूमंतू जातियों से जुड़े बदमाशों की शरणस्थली

- रेलवे के लोहे ही तस्करी

- मालगाडि़यों से कोयला से लेकर अन्य चीजों की चोरी

जेल से छूटते ही वारदात

जीआरपी इंस्पेक्टर नंदजी यादव के मुताबिक पिछले साल तत्कालीन जीआरपी प्रभारी त्रिपुरारी पांडेय ने सुषमा के घर से लगभग नौ लाख रुपये की ज्वैलरी व मोबाइल चोरी के बरामद कर सागर के दोस्त शातिर अपराधी विनय मिश्रा को भी गिरफ्तार किया था इसी केस में सागर वांछित चल रहा था.जिसने बाद में कोर्ट में सरेंडर किया और जेल चला गया। इंस्पेक्टर के दावे पर भरोसा करें तो दोनों जेल से छूट चुके हैं और इस वारदात में इन्हीं का हाथ है।