- अहम मामलों में गवाहों की सुरक्षा के लिए तैनात किए जाएंगे गनर, मुख्यालय से आया आदेश

- पिंटू सेंगर, बिकरू कांड और संजीत हत्याकांड समेत एक दर्जनों बड़े मामलों में हो रही है सुनवाई

------------------------------

>kanpur@inext.co.in

KANPUR : अपराधियों को सजा दिलाने में गवाहों की सबसे अहम भूमिका होती है। लेकिन, कई मामलों में दबंगों की धमकी के आगे गवाहों की हिम्मत टूट जाती है और वो अपनी सुरक्षा के चलते कोर्ट आने से डरते हैं। पुलिस के दबाव में आ भी गए तो अपने बयान से मुकर जाते हैं। जिससे आरोपी बरी हो जाते हैं और फिर से समाज के लिखतरा बन जाते हैं या फिर सालों तक केस चलते रहते हैं। पीडि़तों को न्याय नहीं मिल पाता है। अब ऐसा नहीं होगा। सरकार से इसको गंभीरता से लिया है। अपराधियों को हर हाल में सजा दिलाने के लिए ठोस कदम उठाए गए हैं। राज्य सरकार के निर्देश पर अब पुलिस गवाहों की सुरक्षा को भी सुनिश्चित करेगी। साक्षी सुरक्षा योजना के तहत गवाहों की सुरक्षा के लिए गनर तैनात किए जाएंगे।

बॉक्स

छूट जाते हैं अपराधी

दो दिन पहले ही गैगस्टर कोर्ट में पैरवी पर गए पिंटू सेंगर हत्याकांड के पैरोकार और एडवोकेट संदीप गुप्ता को शक हुआ कि उनकी हत्या के लिए शूटर आए हैं। इससे कोर्ट परिसर में हड़कंप मच गया और काम भी प्रभावित हुआ। हालांकि इसके कोई साक्ष्य पुलिस को नहीं मिले हैं। ये कोई पहला मामला नहीं है। जिले की कोर्ट में दूसरे पक्ष के दबंगों की वजह से गवाह नहीं आ पाते हैं, जिससे सैकड़ों मामले पेंडिंग में पड़े है। एक साल पहले बिकरू कांड के भी दर्जनों आई विटनेस हैं, लेकिन डर की वजह से कोई गवाही देने कोर्ट नहीं आता है। कई मामलों में क्रिमिनल्स के डर से कोर्ट पहुंचने से पहले ही गवाह मुकर जाते हैं, ऐसे में कोर्ट भी अपराधियों को सजा नहीं सुना पाती।

महानगरों से शुरुआत

एडीजी (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने सभी जिलों के पुलिस अधिकारियों को पत्र भेजकर बताया है कि साक्षी सुरक्षा योजना संचालित की जा रही है। इसके तहत गवाहों की सुरक्षा के लिए पुलिस गनर प्रदान करेगी। प्रथम चरण में यह महानगरों में संचालित होगी। इसके बाद छोटे जिले में भी इसे संचालित कर दिया जाएगा। गवाह अपना बयान न बदलें, इसके लिए पुलिस की जिम्मेदारी है कि उसे सुरक्षा का पूरा भरोसा दिया जाए। जब गवाह सुरक्षित कोर्ट में पहुंचेगा, तभी अपराधियों को सजा मिलेगी।

400 गवाह िचन्हित किए

मंडल में अभी तक साक्षी सुरक्षा योजना के तहत ऐसे गवाह चिह्नित किए जा रहे हैं जिन पर जान का खतरा है। गवाहों से मिली शिकायतों पर गंभीरता से कार्रवाई करने के साथ ही उन्हें गनर भी प्रदान किया जाएगा। जिला स्तर पर तीन अधिकारियों की समिति बनाई गई है जो ऐसे लोगों को चिह्नित करने का काम करेगी। रेंज में हत्या, लूट, छिनैती, दुष्कर्म, जानलेवा हमला व अन्य मामलों में 400 गवाह हैं, जिनकी जान को खतरा है। ये गवाह ऐसे लोग हैं जिनकी गवाही पर आरोपियों को सजा होने की पूरी संभावना है। इन्हीं लोगों को गनर दिया जाएगा। छोटी घटनाओं वाले गवाहों को जरूरत पड़ने पर सुरक्षा दी जाएगी।

--

अपराधियों के खिलाफ लोग निडर होकर गवाही दें। इसके लिए सरकार ने उनको गनर मुहैया कराने का निर्णय लिया है। जिन गवाहों को जान का खतरा है, उनको सुरक्षा प्रदान की जाएगी।

- मोहित अग्रवाल, आईजी रेंज

-----------------

-गवाहों को धमकाते हैं आरोपी पक्ष के लोग

-कोर्ट में गवाही देने से डरते हैं लोग

-गवाही न होने से सालों चलते रहते हैं केस

-डर के कारण कोर्ट में मुकर जाते हैं गवाह

-गवाही न होने से छूट जाते हैं शातिर अपराधी

-समाज के लिए फिर से खतरा बनते हैं अपराधी