कानपुर (ब्यूरो)। केस्को का स्मार्ट पॉवर सप्लाई सिस्टम यानि सुपरवाइजरी कन्ट्रोल एंड डाटा एक्विशन(स्काडा) स्मार्ट मीटर के फेर में फंस गया है। करीब 64 करोड़ रुपए खर्च होने के बावजूद एक को छोड़कर 13 सबस्टेशन के ज्यादातर कन्ज्यूमर स्काडा सिस्टम से कनेक्ट नहीं हो पा रहे हैं। क्योंकि इन 13 सबस्टेशन में ज्यादातर कन्ज्यूमर्स के यहां स्मार्ट मीटर ही नहीं लगे हुए हैं। जिससे बिना स्मार्ट मीटर वाले कनेक्शंस की पॉवर सप्लाई, लोड, वोल्टेज, पॉवर कट, मीटर बाईपास कर चोरी आदि की जानकारी स्काडा कन्ट्रोल रूम को नहीं हो पा रही है। इसी तरह अब तक रिंग मेन यूनिट(आरएमयू) न लगने के कारण ऑल्टरनेट पॉवर सप्लाई फीडर का फायदा भी कन्ज्यूमर्स को नहीं मिल पा रहा है। पिछले दिनों सिटी आए यूनियन पॉवर मिनिस्टर आरके सिंह के सामने भी केस्को ऑफिसर्स ने स्मार्ट मीटर की समस्या रखी थी।

63.80 करोड़ रुपए खर्च
स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अंर्तगत स्मार्ट पॉवर सप्लाई के लिए कम्पनी बाग से लेकर फूलबाग के बीच आने वाले केस्को सबस्टेशंस को स्काडा सिस्टम से जोड़ा गया है। इसमें कंपनीबाग, सीएसए, बीएस पार्क, भैरवघाट, आरपीएच न्यू व ओल्ड वीआईपी रोड, म्योर मिल सिविल लाइंस, जीआईसी लालइमली, मालरोड, सरसैयाघाट, आरबीआई, खासबाजार, झाड़ी बाबा पड़ाव कैंट व फूलबाग आदि सबस्टेशन शामिल हैं। स्काडा सिस्टम से कंट्रोल करने के लिए इन सबस्टेशन, फीडर, कन्ट्रोल रूम में हाईटेक इक्विपमेंट्स लगाए गए हैं। सबस्टेशंस को भी अपग्रेड किया गया है। वर्ष 2021 में काम शुरू हुआ। वर्ष 2023 की शुरुआत में कम्प्लीट हुआ। इस प्रोजेक्ट पर लगभग 63.80 करोड़ रुपये खर्च हुए है।

दावे हुए हवा-हवाई
स्काडा प्रोजेक्ट पर अमल के समय केस्को ऑफिसर्स ने बड़े-बड़े दावे किए थे। जिसमें स्काडा वाले 14 सबस्टेशन के किसी एक फीडर में फाल्ट आने पर रिंग मेन यूनिट (आरएमयू) दूसरे फीडर से स्वयं पॉवर सप्लाई शुरू कर देगी। इसके लिए सेक्शनलाइजर लगाए गए हैं। जिससे जिस क्षेत्र में फाल्ट हुआ है, केवल वहीं के लोग प्रभावित होंगे। फीडर से जुड़े अन्य मोहल्लों की पॉवर सप्लाई प्रभावित नहीं होगी। वहीं रिमोट टर्मिनल यूनिट (आरटीयू) डाटा कलेक्ट कर कंट्रोल रूम तक पहुंचाएगी। इसके जरिए कंट्रोल रूम में फीडर्स पर लोड, फाल्ट आदि की जानकारी मिलेगी। इससे ओवरलोडिंग की वजह से ट्रांसफॉर्मर नहीं जलेंगे और कंडक्टर भी नहीं टूटेंगे।

खोजना नहीं पड़ेगा फॉल्ट
कन्ट्रोल रूम से सप्लाई कट कर कन्ज्यूमर्स को लोड कम करने के लिए एसएमएस भेजने आदि दावे किए गए थे। कन्ट्रोल रूम केसा कालोनी मकड़ीखेड़ा में बनाया गया है। इससे सभी 14 सबस्टेशन जुड़े रहेंगे। इन सबस्टेशन से जुड़े एरिया में फॉल्ट होने पर केस्को टीम को तलाशने के लिए मशक्कत नहीं करनी पड़ेगी। कन्ट्रोल रूम में ही पता चल जाएगा किस स्थान पर कितना बड़ा फाल्ट हुआ है? यह सभी जानकारी कंट्रोल रूम के साथ ही संबंधित सबस्टेशन के इंजीनियर्स को मिलेगी। इससे जल्दी फॉल्ट बन सकेंगे।

न स्मार्ट मीटर न रिंग मेन यूनिट
पहले चरण में सिटी में करीब 1.56 लाख स्मार्ट मीटर लगाए जाने थे। केस्को ने म्योरमिल, बाबूपुरवा, साइकिल मार्केट, आलूमंडी, चमनगंज, चीना पार्क, मालरोड, जीआईसी,नवाबगंज आदि सबस्टेशन एरिया में पुराने मीटर हटाकर स्मार्ट मीटर लगाए हैं। इसके अलावा नए कनेक्शन में भी स्मार्ट मीटर लगाए हैं। दूसरे चरण में
रिवैम्प्ड स्कीम के अंर्तगत 4.50 लाख स्मार्ट मीटर केस्को एरिया के लिए मिलने थे। पर अब तक नहीं मिल सके, टेंडर प्रॉसेज में ही फंसे हैं। इस वजह से स्काडा के अन्र्तगत आने वाले केवल म्योर मिल सिविल लाइंस सबस्टेशन एरिया में स्मार्ट मीटर लगे हैं। अन्य 13 सबस्टेशन एरिया में ज्यादातर कन्ज्यूमर्स के स्मार्ट मीटर नहीं लगे हैं। इसी तरह अब फीडर रिंग मेन यूनिट न लगी होने के ऑल्टरनेट पॉवर सप्लाई सिस्टम भी तैयार नहीं हो सका है। कुल मिलाकर आधे-अधूरे सिस्टम का न तो केस्को को पूरा फायदा मिल पा रहा है और न ही कन्ज्यूमर्स को लाभ हो रहा है।

स्मार्ट मीटर की समस्या है। यूपीपीसीएल के जरिए समस्या हल की जा रही है। रिंग मेन यूनिट मंगाई गई हैं। आते ही लगाई जाएंगी।
- ललित कृष्ण,मीडिया प्रभारी, केस्को

स्काडा सिस्टम
कवरेज एरिया-50 वर्ग किमी
पापुलेशन--6 लाख
कन्ज्यूमर्स -1.2 लाख
डिवीजन-- 2
सबस्टेशन--14
33 केवी फीडर-- 19
11 केवी फीडर--97

इन सबस्टेशन एरिया में स्मार्ट पॉवर सप्लाई
कंपनीबाग, सीएसए, बीएस पार्क, भैरवघाट, आरपीएच न्यू व ओल्ड वीआईपी रोड, म्योर मिल सिविल लाइंस, जीआईसी लालइमली, मालरोड, सरसैयाघाट, आरबीआई, खासबाजार, झाड़ी बाबा पड़ाव कैंट व फूलबाग
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ये किए गए थे दावे
- मैनुअली फॉल्ट नहीं तलाशने पड़ेंगे, कन्ट्रोल रूम को फॉल्ट व उसके स्थान की जानकारी हो जाएगी, फाल्ट जल्दी बन जाएगा
-सेक्शन लाइजर से फॉल्ट वाले एरिया कटकर फीडर से जुड़े अन्य एरिया की पॉवर सप्लाई चालू कर दी जाएगी।
- एक फीडर फॉल्ट में आने पर कन्ट्रोल रूम के जरिए दूसरे से जोड़कर पॉवर सप्लाई तुरंत चालू हो जाएगी