कानपुर(ब्यूरो)। यूपीपीसीएल के चेयरमैन एम देवराज ने स्काडा कन्ट्रोल रूम में केस्को, ट्रांसमिशन ऑफिसर्स व इम्प्लाइज की पाठशाला लगाई। इस दौरान उन्होंने दो टूक कहा कि कर्मचारियों की शह के बिना बिजली चोरी नहीं हो सकती है। ऑफिसर भी अपनी जिम्मेदारी से बच नहीं सकते हैं। बिजली चोरी की जो सूचना दे, उसे पूरी तरह से गोपनीय रखें और सूचना पर तुरन्त कार्रवाई करें। जिससे सूचना देने वाला मायूस न हो और उसका विश्वास बनाए रखा जा सके। लाइनलॉस स्टैंडर्ड के अनुरूप 5-6 परसेंट से अधिक नहीं होना चाहिए।

प्राइवेट कम्पनी की तरह काम करें
चेयरमैन ने कहा कि यूपीपीसीएल एक लाख करोड़ के लॉस पर है। 80 हजार करोड़ का लोन है और 10 हजार करोड़ रुपए केवल इंट्रेस्ट पर जा रहा है। इसलिए जिन्दाबाद-मुर्दाबाद की बजाए मिलकर प्राइवेट कम्पनी की तरह काम करें। बिलिंग टाइम पर एकदम सही करे। एक रूपए की बिजली भी बेंचे तो उसकी रिकवरी सुनिश्चित करें। इससे बकाया भी नहीं बढ़ेगा और कन्ज्यूमर भी इस स्थिति में नहीं पहुंचेगा कि वह बकाया न जमा कर सके। अभी प्रदेश में 70 लाख डिफॉल्टर कन्ज्यूमर हैं, एक भी बिल जमा न करने वाले कन्ज्यूमर भी है।
नोटिस दें
संविदा, लाइनमैन आदि इम्प्लाइज के बिजली हादसों की चपेट में आने पर कहा कि सभी डिस्कॉम में सेफ्टी किट है, बिना सेफ्टी किट के काम न कराया जाएं। जो कांट्रैक्टर नहीं मानता है, उसे नोटिस दें और कार्रवाई करें। इससे पहले उन्होंने मीटिंग में मौजूद जेई, एई से सवाल-जवाब भी किए। इस दौरान केस्को एमडी सैमुअल पॉल एन, डायरेक्टर संजय श्रीवास्तव, चीफ इंजीनियर संजय अग्र्रवाल आदि ऑफिसर मौजूद थे।

लेट चल रहा प्रोजेक्ट
इससे पहले उन्होंने पनकी पॉवर हाउस की निर्माणाधीन 660 मेगावॉट की यूनिट का निरीक्षण किया। उन्होने समीक्षा बैठक में कहा कि निर्माण कार्य टारगेट से पीछे चल रहा है। सीएम व एनर्जी मिनिस्टर में विद्युत उपलब्धता बढ़ाने के लिए लगातार निर्देश दे रहे हैं। इसी वर्ष प्लांट में जेनरेशन शुरू होना है, इसलिए इसलिए ऑफिसर व एजेंसी तेजी से कार्य पूरे करें। इस दौरान जीएम गोबिन्द कुमार मिश्रा, आदि मौजूद थे।