कानपुर (ब्यूरो)। सीएम के हाथों लोकार्पण के दो साल बाद भी शुरू नहीं हो सके सिग्नेचर सिटी बस अड्डे को लेकर रोडवेज अफसरों ने एक और दावा किया है। लोकसभा चुनाव के लिए आचार संहिता लागू होने से पहले बस अड्डे को चालू कराने का दावा किया जा रहा है। स्टाफ की तैनाती हो गई है। शुरुआत में यहां से 70 बसें विभिन्न सिटी के लिए चालू करने का प्रस्ताव है। इस बस अड्डे से ई बसों का नया रूट बनाने की भी तैयारी है।

बहाने पर बहाने बना रहे

विकास नगर स्थित जू के पास सिग्नेचर सिटी बस अड्डा बनाया गया है। 2022 में सीएम ने लखनऊ से इसका वर्चुअल लोकार्पण किया था। इसके बावजूद अभी तक कानपुराइट्स को इस बस अड्डे की सुविधा नहीं मिल पा रही है। कभी फर्नीचर न होने तो कभी, स्टाफ न मिलने तो कभी अन्य कारणों से बस अड्डा शुरू न होने का बहाना बनाया जाता है।

बस अड्डा चालू होने से यूनिवर्सिटी, एचबीटीयू, पालीटेक्निक, आईआईपीआर, एनएसआई, आईआईटी, मेडिकल कालेज, कृषि विश्वविद्यालय के स्टूडेंट्स समेत बड़ी संख्या में कानपुराइट्स को राहत मिलेगी। आरएम अनिल कुमार का कहना है कि आचार संहिता लागू होने से पहले बस अड्डे का संचालन शुरू कराने का प्रयास हो रहा है।

रोडवेज ने केडीए से मांगे 196 करोड़

उत्तर प्रदेश परिवहन निगम ने केडीए से अपने 196 करोड़ रुपये मांगे हैं। अपर प्रमुख सचिव ने भी केडीए को भुगतान के लिए लेटर लिखा है। परिवहन निगम ने केडीए को सिग्नेचर सिटी के लिए मई 2016 में 17 एकड़ अपनी जमीन दी थी। इसकी कीमत 250 करोड़ थी। अभी तक केडीए ने 53.76 करोड़ का ही भुगतान किया गया है।