- छह बच्चे रह रहे थे, मेन गेट को खोलकर भाग निकले

- सीसीटीवी में कैद हुई भागने की तस्वीरें, पुलिस पड़ताल में जुटी

KANPUR : जूही स्थित बाल आश्रय गृह से छह बच्चे भाग गए। सेंटर प्रभारी को इसका पता चला तो उनके होश उड़ गए। उन्होंने पहले खुद ही बच्चों को ढूंढने की कोशिश की, लेकिन जब उनका पता नहीं चला तो उन्होंने थाने में तहरीर दी। पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर पड़ताल शुरू कर दी है।

बेसहारा बच्चों को रखते हैं

जूही के आनंदपुरी में रहने वाले परमेंद्र सिंह भदौरिया साथी संस्था के डायरेक्टर हैं। उन्होंने संस्था के नाम पर बाल आश्रय गृह खोला है। वे जीआरपी और पुलिस के जरिए बेसहारा बच्चों को लाकर आश्रय गृह पर रखते हैं। इसके बाद बच्चों के परिजनों का पता कर उन्हें बच्चों से मिलवाते हैं। उनके आश्रय गृह में छह बच्चे थे। थर्सडे की दोपहर सेंटर प्रभारी भूषण सिंह उनको खाना खिलाने के बाद काम में बिजी हो गए, जबकि उनका साथी कम्प्यूटर में डाटा फीड कर रहा था। इसी बीच बच्चे गेट का ताला खोलकर भाग गए। कुछ देर बाद जब वे कमरे में पहुंचे तो बच्चों को गायब देख उनके होश उड़ गए। आनन फानन में वे स्टाफ समेत बच्चों को ढूढ़ने में जुट गए, लेकिन उनका कुछ पता नहीं चलने पर परमेंद्र ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई।

सीसीटीवी में कैद हुई हरकत

सीसीटीवी कैमरे की फुटेज से पता चला कि बच्चे पूरी प्लानिंग से आश्रय गृह से भागे है। इसके लिए उन्होंने पहले सेंटर प्रभारी के कमरे से मेन गेट की चाभी पार की। इसके बाद वे उनसे नजर बचाकर मेन गेट खोलकर भाग गए।

ये बच्चे फरार हुए

बांदा का कृष्णा (13), फतेहपुर का पंकज कुमार (13), प्रतापगढ़ का शेर बहादुर (13), प्रतापगढ़ का मो। इकलाख (14), बालामऊ का संतोष मौर्या (13) और फतेहपुर का फैजान (11)