- डिग्री कालेजों में चलेंगे आइटीआई, पालीटेक्निक और स्किल डेवलपमेंट सेंटर के कोर्स

- ग्रेजुएशन के स्टूडेंट अपने सब्जेक्ट के साथ चार वोकेशनल कोर्सेस की स्टडी करेंगे

KANPUR: पहली बार ऐसा होगा कि बीए के स्टूडेंट्स अपने कोर्स करने के बाद टेक्निकल स्ट्रांग होंगे। दरअसल, ¨हदी, इंग्लिश, हिस्ट्री, जियोग्राफी, मैथ्स और साइंस जैसे सामान्य विषयों की पढ़ाई करने वाले स्टूडेंट अब हुनरमंद होकर डिग्री कालेजों से निकलेंगे। इन सामान्य विषयों के साथ वह कंप्यूटर, इंटीरियल डिजाइ¨नग, मोटर मैकेनिक, एसी-रेफ्रिजरेटर मैकेनिक व फैशन डिजाइ¨नग जैसे दस से अधिक कोर्स का प्रशिक्षण भी प्राप्त कर सकेंगे।

जॉब की डिमांड के हिसाब से

उन्हें इस तरह तैयार किया जाएगा कि स्नातक व स्नातकोत्तर की डिग्री लेकर निकलने के साथ ही उनके हाथ में नौकरी अथवा स्वरोजगार स्थापित करने का हुनर हो। सीएसजेएम यूनिवर्सिटी ने कालेजों को यह छूट दी है कि वोकेशनल कोर्स के लिए वह आईटीआई, पालीटेक्निक और स्किल डेवलपमेंट सेंटर के साथ करार कर सकते हैं। इसमें वह उन कोर्स का चुनाव कर सकेंगे जो स्टूडेंट्स के इंटरेस्ट के अनुसार होने के साथ उनके लिए उपयोगी भी हो।

मैसिव ओपन लिर्नंग कोर्स

इन संस्थानों के अलावा कालेज प्रबंधन मैसिव ओपन लर्निंग आनलाइन कोर्स भी वोकेशनल स्टडी में शामिल कर सकते हैं। वोकेशनल कोर्स चुनने के अधिक विकल्प देने का कारण यह है कि ग्रेजुएशन के चार सेमेस्टर में यह कोर्स अनिवार्य कर दिया गया है। डीन एकेडमिक प्रो। अंशु यादव ने बताया कि यूनिवर्सिटी लेवल से भी वोकेशन कोर्स की लिस्ट बनाई जा रही है। इसके लिए दस विषयों का सेलेक्शन किया गया है लेकिन इन सब्जेक्ट के अलावा भी कालेज प्रबंधन अथवा प्राचार्य अपने स्तर से किसी भी तकनीकी संस्थान के साथ करार करके उन कोर्स को भी वोकेशनल के रूप में शामिल कर सकते हैं। डीएवी डिग्री कालेज के प्राचार्य डा। अमित कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि उनके कालेज में योगा स्किल डिजाइ¨नग व पत्रकारिता समेत सात वोकेशनल कोर्स चल रहे हैं। इन कोर्स को स्नातक के चार सेमेस्टर में लागू किया जाएगा।

कर रहे करार

यूपी सेल्फ फाइनेंस महाविद्यालय एसोसिएशन के अध्यक्ष विनय त्रिवेदी ने बताया कि आईटीआई व पालीटेक्निक से कई डिग्री कालेज करार करने के लिए बातचीत कर रहे हैं। ऐसे कोर्स ग्रेजुएशन के सिलेबस से जुड़ने का लाभ छात्रों को मिलना तय है।