-फॉल्ट, ब्रेकडाउन बनाने के नाम पर केस्को में लगी में 177 प्राइवेट गैंग

-यूपीएसआईसी के आउट सोर्सिग से सामने आ रहा करोड़ों का फर्जीवाड़ा

-सर्वे के बाद 119 गैंग की ही बताई जरूरत, हर गैंग पर 31 हजार महीने का खर्च

KANPUR: केस्को में फॉल्ट, ब्रेकडाउन बनाने के नाम पर दर्जनों की संख्या में प्राइवेट गैंग लगी हुई है। जो 24 घंटे ड्यूटी पर रहती है। लेकिन जब फाल्ट होते हैं तो इनका अता-पता नहीं चलता है। हर साल इन गैंग्स पर 6 करोड़ खर्च किए जाने पर लोगों को अंधेरे से छुटकारा नहीं मिलता है। बिजली संकट से जूझ रहे लोग केस्को सबस्टेशनों के चक्कर लगाते रहते हैं। यूपीएसआईसी(उत्तर प्रदेश स्माल इंडस्ट्रीज कॉरपोरेशन) से आउटसोर्सिग के बाद इनका खुलासा होता जा रहा है। सर्वे में 177 की जगह 119 गैंग की ही जरूरत बताई गई है। यानि की अभी तक प्राइवेट गैंग के नाम केस्को के इम्प्लाई जमकर फर्जीवाड़ा और बंदरबांट करते रहे हैं।

अन्धेरे से नहीं मिलता छुटकारा

केस्को में 18 डिवीजन है और कागजों में इन डिवीजन में 177 प्राइवेट गैंग लगी हुई थीं। इनमें अधिकतर की नाइट ड्यूटी रहती है। एक गैंग में एक लाइनमैन और दो लेबर रहते हैं। एक गैंग पर केस्को हर महीने 31 हजार रुपए से अधिक खर्च करता है। इस तरह हर साल 117 गैंग पर केस्को का 6 करोड़ से अधिक खर्च हो जाता है। पर खासतौर रात में लाइन टूटने, फेस जाने या अन्य कोई फॉल्ट होने पर लोग सबस्टेशनों में फोन करते हैं तो गैंग न होने की बात कहकर एसएसओ हाथ खड़ा कर देते थे। जिसके चलते लोग अन्धेरे में रात काटने को मजबूर हो जाते थे।

कागजों पर चल रही गैंग

जानकारों की मानें तो अधिकतर गैंग केवल कागजों पर ही चलती हैं। गैंग पर आने वाले खर्च में जमकर बंदरबांट होती है। इसमें कांट्रैक्टर से लेकर केस्को अफसर तक शामिल रहते हैं। इसीलिए सबस्टेशन से लेकर डिवीजन तक के अफसर प्राइवेट गैंग की कमी का रोना रोया करते थे। जबकि प्राइवेट गैंग के इम्प्लाइज से 8 घंटे की बजाए 12-12 घंटे डयूटी कराई जाती थी। यानि की 3 गैंग का काम 2 ही लिया जाता था।

लंबे समय से चल रहा बंदरबांट

आउट सोर्सिग की जिम्मेदारी मिलने पर यूपीएसआईसी ने केस्को का सर्वे किया। सर्वे में यूपीएसआईसी ने 11 केवी के फॉल्ट, ब्रेकडाउन बनाने के लिए 101 गैंग और 33 केवी के फाल्ट के लिए 5 गैंग की जरूरत बताई। 11 केवी गैंग में लाइन मैन सहित 3 इम्प्लाई और 33 केवी गैंग में लाइन मैन सहित 5 इम्प्लाई रखने की सिफारिश की है। इस तरह 3-3 इम्प्लाइज के हिसाब से टोटल 119 गैंग ही शामिल है। यूपीएसआईसी के सर्वे के बाद केस्को अफसर भी हैरान हो गए हैं। उन्हें भी लगने लगा है कि प्राइवेट गैंग के नाम पर जमकर फर्जीवाड़ा और बंदरबांट होता रहा है।

गायब नहीं हो पाएंगे

यूपीएसआईसी से आउट सोर्सिग कर फाल्ट, ब्रेकडाउन बनाने के लिए गैंग रखने की तैयारी हो गई है। इन गैंग के इम्प्लाइज के आई कार्ड बनेंगे। ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के साथ ही पुलिस वेरीफिकेशन भी होगा। उनकी बॉयोमैट्रिक्स पंचिंग होगी। जिससे गैंग सबस्टेशन और डिवीजन से गायब न रहें। इसका फायदा कानपुराइट्स को होगा, फॉल्ट व ब्रेकडाउन टाइम से अटेंड हो जाएंगे।

-शासनादेश के मुताबिक फॉल्ट, ब्रेकडाउन बनाने के लिए यूपीएसआईसी से आउट सोर्सिग की जा रही है। सर्वे पूरा हो गया है।

- योगेश हजेला, चीफ इंजीनियर केस्को