कानपुर(ब्यूरो)। नजीराबाद के ब्रह्मï नगर चौराहे के पास रहने वाले निजी कंपनी के अकाउंटेंट के घर पिछले दरवाजे से घुसे चोरों ने एक लाख रुपये नगद और 19 लाख के जेवर पार कर दिए। बीमार मां की देखभाल के लिए अकाउंटेंट और उनकी पत्नी निजी अस्पताल में थे। सुबह पति और सास के लिए चाय लेने आई पत्नी ने जब घर का सामान बिखरा देखा तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। इसी बीच प्रयागराज में बैैंक में काम करने वाला बेटा भी घर आ गया। सूचना पर पुलिस और फॉरेंसिक टीम पहुंची और सीसीटीवी कैमरों के जरिए चोरों का सुराग लेगाने की कोशिश की।

मनीराम बगिया स्थित फर्म में

ब्रह्मï नगर निवासी विजय अग्रवाल मनीराम बगिया स्थित एक फर्म में अकाउंटेंट हैैं। परिवार में बुजुर्ग मां माधुरी, पत्नी रूपा और बेटा विशाल है। विशाल प्रयागराज स्थित यूनियन बैैंक में काम करते हैैं। कुछ दिन पहले माधुरी की तबीयत खराब हो गई थी। परिवार वालों ने उन्हें ब्रह्मï नगर स्थित निजी अस्पताल में भर्ती कराया था। पति-पत्नी रात में घर में ताला बंद कर बीमार मां की देखभाल के लिए अस्पताल में ही रुकते थे। रोज की तरह विजय पत्नी रूपा के साथ सोमवार शाम अस्पताल गए थे।

सुबह चाय लेने पहुंची तो

मंगलवार सुबह पति और सास के लिए चाय लेने पहुंची रूपा को घर का सामान बिखरा दिखा तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। उन्होंने तुरंत पति को जानकारी दी। विजय ने पुलिस को सूचना दी जिसके बाद पुलिस और फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंची। विजय ने बताया कि मां और पत्नी के जेवरों की कीमत 19 लाख रुपये थी, जबकि एक लाख रुपये मां के इलाज के लिए रखा था। सारा चोर समेट कर ले गए। जानकारी करने पर पता चला कि चोर पीछे के दरवाजे से घुसे थे, जबकि कैमरा आगे लगा था, वहीं पड़ोसी का कैमरा भी खराब मिला। पुलिस चोरों के मूवमेेंट की तलाश मोहल्ले मेें लगे कैमरों की फुटेज से कर रही है।